- भाजपा सरकार ने निगम मंडलों की नियुक्तियों को होल्ड कर प्राधिकरणों में नेताओं को एडजस्ट करने की तैयारी को अंतिम रूप दिया
भोपाल। मध्यप्रदेश में लंबे समय से राजनीतिक पुनर्वास का इंतजार कर रहे नेताओं को फिर निराशा हाथ लग सकती है। इस निराशा की वजह यह है कि भाजपा सरकार ने फिलहाल निगम मंडलों की नियुक्तियों को होल्ड कर प्राधिकरणों में नेताओं को एडजस्ट करने की तैयारी को अंतिम रूप दे दिया है। जल्द ही प्राधिकरणों में नियुक्त होने वाले अध्यक्ष, उपाध्यक्षों और सदस्यों की लिस्ट जारी होगी।
यहां होनी हैं नियुक्तियां
मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर, उज्जैन, देवास, जबलपुर, सिंगरौली, कटनी, अमरकंटक और रतलाम में विकास प्राधिकरण हैं, जबकि पांच शहर पचमढ़ी, ग्वालियर, खजुराहो, ओरछा, महेश्वर-मंडलेश्वर स्पेशल एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (साडा) में शामिल हैं। यहां अभी नियुक्तियां की जानी हैं।
यहां हो चुकीं नियुक्तियां
हाल ही में भोपाल विकास प्राधिकरण में कृष्णमोहन सोनी को अध्यक्ष और सुनील पांडे, अनिल अग्रवाल लिली को उपाध्यक्ष बनाया गया है। इंदौर विकास प्राधिकरण में भाजपा के पूर्व संगठन मंत्री जयपाल सिंह चावड़ा को अध्यक्ष और पिछले महीने राकेश गोलू शुक्ला को उपाध्यक्ष बनाया गया है। मप्र मेला प्राधिकरण में माखन सिंह चौहान को अध्यक्ष बनाया जा चुका है।
46 नेताओं को किया एडजस्ट
मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार ने अब तक 46 नेताओं को निगम, मंडल, बोर्ड, आयोग और प्राधिकरणों में नियुक्त किया है। इनमें से एक चौथाई ऐसे नेता हैं जो नए भाजपाई हैं। यानी दूसरे दलों से आने के बाद भाजपा सरकार में मंत्री पद का दर्जा पा चुके हैं।
भाजपा में असंतोष
इन नियुक्तियों की वजह से भाजपा के पुराने नेता खफा चल रहे हैं। इनमें से प्रभावशाली नेताओं को भी सत्ता में एडजस्ट करने के लिए माथापच्ची की जा रही है।