सुविधाएं भी मिलेंगी वल्र्ड क्लॉस
जबलपुर। रेलवे स्टेशन जाने के पहले लोगों को भीड़भाड़, गंदगी, बदबू का अहसास होने लगता है, लेकिन संभवत: अब ऐसा नहीं हो। क्योंकि रेलवे अपने स्टेशनों को वल्र्ड बनाने में जुटा हुआ है। रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास योजना के तहत जबलपुर रेलवे स्टेशन की बिल्डिंगों का एयरपोर्ट जैसा लुक दिया जा रहा है। दरअसल नए प्रकार की निर्माण सामग्री का उपयोग कर स्टेशन का शानदार बनाया जा रहा है। रेल मंत्रालय ने स्टेशन पुनर्विकास योजना के तहत स्टेशनों में बेहतर सुविधाएं प्रदान करने की योजना बनाई है, जिसमें जबलपुर भी शामिल है। रेलवे ने स्टेशनों के भीतर और आसपास के क्षेत्र में अतिरिक्त भूमि का लाभ उठाकर स्टेशनों के पुनर्विकास योजना के तहत एयरपोर्ट स्तर की आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने का मन बना लिया है। पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर रेलवे स्टेशन पर उच्च गुणवत्ता वाली निर्र्माण सामग्री का उपयोग करके नया लुक दिया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि एयरपोर्ट स्तर की सुविधाओं से युक्त निर्माण किया जा रहा है।
जबलपुर रेलवे स्टेशन पर यह हैं नए कंस्ट्रक्शन मैटेरियल
-सफेद रंग से बिल्डिंग का लुक
रेलवे का कहना है कि मेटल फसाड पाउडर कोटेड प्लेटफॉर्म नंबर 6 की तरफ एनेक्सी बिल्डिंग (मुख्य स्टेशन द्वार) के बाहरी हिस्से पर लगाया जा रहा है। बताया जाता है कि ये मेटल फसाड पॉउडर कोटेड छिद्रित एल्युमिनियम शीट की होती है। जानकारों का कहना है कि इस धातु का अग्रभाग गैर भार वहन करने वाला है, जो बिल्डिंग को मौसम के प्रभाव से बचाव करता है। पश्चिम मध्य रेलवे में पहली बार इस उच्च तकनीक के मेटल उपयोग किया गया है, जो कि सौंदर्यीकरण की दृष्टि से अपनी ओर आकर्षित करती है। जैसे कि आप तस्वीरों में देख सकते हैं कि सफेद रंग से बिल्डिंग के लुक में अधिक सौंदर्य व सामने के सर्कुलेटिंग एरिया से कॉन्ट्रेस आ गया है। साथ ही साथ पाउडर कोटेड होने के कारण इसकी लाइफ भी ज्यादा बढ़ जाती है। कुल 1600 एसक्यूएम फसाड एरिया में कार्य किया जा रहा है।
ग्लास फाइबर से मिलेगा नया लुक
रेलवे के मुताबिक, प्लेटफॉर्म नंबर 6 के द्वितीय द्वार की बिल्डिंग के बाहरी फेस पर ग्लास फाइबर कंाक्रीट सरंचना का उपयोग किया जा रहा है। माना जाता है कि यह एक उच्च शक्तिशाली, टिकाऊ एवं सौन्दर्ययुक्त सामग्री है। स्टेशन में इसका रंग सौंदर्य और एक समान रूप के लिए सफेद तथा आर्टिस्टिक जाली का रूप दिया गया है।
टेंसिल फाइबर का उपयोग
रेलवे का कहना है कि प्लेटफॉर्म नंबर 6 के बाहर पैदल यात्रियों के लिए टेंसिल फाइबर फैब्रिक मैटेरियल का उपयोग किया जा रहा है। माना जाता है कि ये टेंसिल फाइबर सामग्री काफी लाइट वेटेड व रखरखाव में सुविधाजनक रहती है। खास बात यह है कि इस फाइबर को रिसाइकिल करके पुन: उपयोग में भी ला सकते हैं। रेलवे का कहना है कि सौंदर्यीकरण देने के लिए रेड कलर से कॉन्ट्रेस का उपयोग किया गया है। इसका फायदा यह है कि अगर कोई यात्रियों को ड्राप एंड गो या पिक अप के लिए आता है तो उसको काफी सुविधाजनक और मॉनसून मौसम में बचाव से राहत मिलेगी।
प्लेटफॉर्म नंबर 1 के ओर की बिल्डिंग में यह रहेगा खास
स्काई सीलिंग स्टेशन को नया लुक देगी। जानकारों का कहना है कि यह एक ट्रांसलूसेंट स्ट्रेच फैब्रिक फाल्स सीलिंग है जो प्लेटफार्म नंबर 1 के कॉनकोर्स एरिया में लगाई गई है। इसके ऊपर एलईडी लाइट्स लगाया गया है। इसकी सुन्दरता ऐसी है कि लोग देखते ही रह जाएंगे और आँखों को वास्तविक आसमान जैसा अहसास होगा। रेलवे का कहना है कि मध्य प्रदेश में इस प्रकार का पहला प्रयोग है जो कि यात्रियों को भव्यता प्रदान करता है। रेलवे प्रबंधन का कहना है कि पश्चिम मध्य रेल के रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास योजनाओं यानि कि एयरेपार्ट जैसा लुक देने का काम जल्द