दिल्ली। न्यायालय के राहुल गांधी को 2 सजा की सजा सुनाए जाने के बाद भाजपा और कांग्रेस आमने सामने हैं। भाजपा पहले से ही राहुल गांधी के लंदन में दिए गए बयान पर संसद में उनकी माफी की मांग कर रही है। भाजपा का कहना है कि राहुल की संसद सदस्यता रद्द कर दी जाए। इस मुद्दे पर लोकसभा में फिर हंगामा हुआ। वहीं दूसरी ओर विपक्षी दलों ने राहुल के मुद्दे पर बैठक की। उन्होंने अडाणी मामले पर जेसीबी जांच की मांग को लेकर चर्चा की। कांग्रेस ने राष्ट्रपति से मिलने के लिए समय मांगा है। साथ ही कांग्रेस ने विजय चौक तक पैदल मार्च निकाला। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सभी राज्यों के अध्यक्ष और बड़े नेताओं के साथ मीटिंग कर आगे की रणनीति बनाएंगे। 14 विपक्षी दल शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए। इन दलों का आरोप है कि केंद्र सरकार सीबीआई-ईडी जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर विपक्ष के नेताओं को टारगेट कर रही है।
राहुल की सदस्यता पर दोधारी तलवार
राहुल गांधी को सूरत की कोर्ट ने 2 साल जेल की सजा सुना दी है। सजा सुनाए जाने के बाद राहुल की संसद सदस्यता भी जा सकती है। इसके साथ ही विदेश में दिए बयान पर भी भाजपा उनकी सदस्यता निलंबित करने की मांग भी कर रही है। ऐसे में राहुल गांधी पर दोधारी तलवार लटक रही है। हालांकि कोर्ट ने 30 दिन की राहत दी है। ऐसे में अगर हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट ने राहत दी तो ही उनकी सदस्यता बच सकती है। बहरहाल जो भी कांग्रेस राहुल के जरिए खुद को प्रताड़ित बताने का प्रयास करेगी तो भाजपा कांग्रेस उनके बयानों के जरिए घेरने का प्रयास करेगी।
राहुल का अहंकार बहुत बड़ा
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी का अहंकार बहुत बड़ा और समझ बहुत छोटी है। अपने राजनीतिक लाभ के लिए उन्होंने पूरे ओबीसी समाज का अपमान किया और उन्हें चोर कहा। पूरा ओबीसी समाज प्रजातांत्रिक ढंग से राहुल से इस अपमान का बदला लेगा। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि भाजपा लोगों को मुद्दे से भटकाने के लिए ऐसी बातें कर रही है। कौन इस देश के पैसे लेकर भाग गए? एसबीआई और एलआईसी के पैसे लेकर कौन अमीर बने? इसका जवाब दीजिए।
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