धरने के बाद जागी पुलिस, सौरभ साहू आत्महत्या के प्रकरण में फरार 2 इनामी आरोपी दिल्ली से गिरफ्तार
जबलपुर। थाना रांझी में 13 अक्टूबर को गौरव साहू उम्र 33 वर्ष निवासी आर्शीवाद बारात घर के पास रांझी ने आत्महत्या कर ली थी। महीने भर बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी। अब पुलिस ने दो आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। गौरतलब है कि भाजपा की पूर्व पार्षद सदारानी साहू ने धरना देकर अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए थे। सौरभ साहू के भाई गौरव साहू द्वारा सौरभ साहू का एक वीडियो भी जारी किया गया जिसमें सौरभ साहू ने अपनी मृत्यु पूर्व अपना वीडियो बनाया है उक्त वीडियो में भी सौरभ साहू ने दुकान खाली कराने के लिये डॉ तरनजीत सिंह, ऋषि साहू, काके गूमर, तेजिन्दर सिंह लाम्बा द्वारा प्रताडि़त कर मारपीट करना बताया है। मृतक सौरभ साहू के भाई गौरव साहू सेे सौरभ साहू की दुकान का 12-10-21 की सीसीटीव्ही फुटेज प्राप्त किया गया जिसमें अपनी दुकान के अंदर मौजूद सौरभ साहू को उदीप रील , तेजिन्दर लाम्बा , काके गूमर, डॉ तरनजीत सिंह गुजराल दुकान के अंदर से जबरन पकडक़र बाहर निकालते हुये मारपीट करते हुये दिख रहे हैं। दौरान मर्ग जांच के मृतक के परिजन व साक्षियों के कथन लेख किये गये जिन्होंने अपने कथनों मे बताया कि सौरभ साहू अपने चाचा ऋषि साहू की दुकान में विगत 15 वर्ष से मेडिकल दुकान चला रहा था। उसके बगल में ही डॉ तरनजीत सिंह की डेंटल क्लीनिक है दुकान मालिक ऋषि साहू की पुत्री डॉ ऋर्षिता साहू भी डेन्टिस्ट है और डॉ तरनजीत सिंह की क्लीनिक में प्रेक्टिस करती है। डॉ तरनजीत सिंह से सौरभ साहू का 2 वर्ष से विवाद चल रहा है जो मृतक की मेडिकल की दुकान की जगह अपना स्वत: का मेडिकल स्टोर खोलना चाहता है इसलिये सौरभ साहू को दुकान खाली करने के लिये प्रताडि़त कर रहा था। 12-10-21 की शाम लगभग 7-30 बजे डॉ तरनजीत सिंह, काके गूमर, उदीप रील, तेजिन्दर सिंह लाम्बा ने दुकान मेंं घुसकर सौरभ साहू की कॉलर पकडक़र निकाला था और रोड पर लाकर सौरभ साहू के साथ मारपीट की थी जिससे सौरभ साहू बहुत व्यथित था, स्वयं के साथ हुई मारपीट के कारण सौरभ ने कमरे के पंखे में रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। सम्भावित स्थानों पर दबिश दिये जाने एवं आरोपियों के पकडे न जाने पर पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी पर 5000-5000/- (पॉच-पॉच हजार ) रूपये के नगद पुरूस्कार से पुरूस्कृत करने की घोषणा की गयी थी। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु सम्भावित स्थानों पर लगातार दबिश दी जा रही है, दोैरान पतासाजी के प्रकरण के फरार आरोपी तेजिन्दर पाल सिंह लाम्बा उर्फ सनी एवं उदीप सिंह उर्फ मनी के दिल्ली में छिपकर फरारी काटने की सूचना पर थाना प्रभारी रांझी विजय सिंह परस्ते के द्वारा सहायक उप निरीक्षक राजेश मिश्रा, कैलाश मिश्रा, प्रधान आरक्षक धीरेन्द्र तिवारी, आरक्षक साकेत एवं प्रदीप तिवारी की एक टीम गठित कर दिल्ली भेजी गयी, टीम के द्वारा दिल्ली में पतासाजी करते हुयें 5000-5000 हजार रूपये के फरार ईनामी आरोपी