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- रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में बड़ी लापरवाही, कुलसचिव ने कहा-फंड से वेतन की राशि काट ली जाएगी
- कुलसचिव ने स्थापना शाखा के बाबू और सेक्शन ऑफिसर को नोटिस जारी किया
जबलपुर। क्या कभी ऐसा होता है कि कोई कर्मचारी रिटायर हो जाए और उसको तनख्वाह मिलती रहे। यह सब एक महीने हो तो ठीक है, लेकिन 4 महीने तक किसी को रिटायर न किया जाए तो इसे धांधली ही कहेंगे। यह सब हुआ है जबलपुर के रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में। ये लापरवाही स्थापना शाखा की है। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में पदस्थ सैनिटरी इंस्पेक्टर राधेश्याम यादव को स्थापना शाखा रिटायर करना ही भूल गया। राधेश्याम यादव को 30 जुलाई 2022 को रिटायर होना था, लेकिन 4 महीने बीत जाने के बाद भी स्थापना शाखा की लापरवाही के चलते उन्हें उनकी जिम्मेदारी से मुक्त नहीं किया गया। इतना ही नहीं बल्कि उन्हें बकायदा सैलरी भी दी जाती रही।
गोलमोल जवाब दे रहे कुलसचिव
यह बड़ी लापरवाही उजागर होने के बाद आनन-फानन में विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने स्थापना शाखा के बाबू और सेक्शन ऑफिसर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। कुलसचिव डॉक्टर ब्रजेश सिंह ने बताया कि जिस सैनिटरी इंस्पेक्टर को जिस अवधि से सेवानिवृत्त होना था, उसी से हमने रिटायर किया है। सेवा अवधि से जो भी उनका अधिक भुगतान हुआ है, उसे फंड से काटने के लिए कुलपति से अनुमोदन भी प्राप्त कर लिया है। उनका कहना है कि रिटायरमेंट के बाद मिलने वाले फंड से वेतन की राशि काट ली जाएगी।
दावा, सब कुछ ठीक हो जाएगा
भले ही कुलसचिव लाख दावा करें कि सब कुछ ठीक हो जाएगा, वेतन की राशि फंड से काट ली जाएगी, लेकिन यह लापरवाही तो हुई ही है। अब देखना होगा कि विश्वविद्यालय प्रबंधन दोबारा ऐसा न हो, इसके लिए क्या करता है। स्थापना शाखा की ये चूक दोबारा न हो, इसका भी प्रबंधन विश्वविद्यालय प्रबंधन को करना होगा।