जबलपुर, भोपाल-इंदौर, नरसिंहपुर-छिंदवाड़ा में बारिश की संभावना
भोपाल। मौसम इन दिनों बेईमान बना हुआ है। कहां मार्च में गर्मी का रिकॉर्ड टूटने की आशंका थी, कहां ओले-बारिश और बूंदाबांदी ने रंगत ही बदल दी। हम और आप भी ही इससे ज्यादा प्रभावित नहीं हुए हों, लेकिन किसानों को इस आसमानी आफत ने कहीं का नहीं छोड़ा। ओला और बारिश की मार से कई जिलों में फसलें चौपट हो गईं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कई जिलों का सर्वे किया और किसानों को जल्द राहत राशि देने और प्रधानमंत्री से चर्चा करने की बात कही। अब फिर से मध्यप्रदेश के कई जिलों में अगले 4 दिन तक ओले-तेज आंधी और बारिश जारी रहेगी। शुक्रवार को भोपाल, इंदौर, जबलपुर-ग्वालियर में बादल छाए रहेंगे, तो नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में बारिश हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो नया सिस्टम एक्टिव हो गया है। हालांकि ये सिस्टम पिछले दो सिस्टम की तरह स्ट्रॉंग नहीं होगा, लेकिन किसानों की मुश्किलें जरूर बढ़ा सकता है। प्रदेश के उत्तरी-पूर्वी इलाकों में कहीं-कहीं हल्की बारिश और ओलावृष्टि का असर रहेगा। भोपाल, ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर, शहडोल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और नर्मदापुरम संभाग में 27 मार्च तक ऐसा ही मौसम रहने की संभावना है।
मार्च में तीसरी बार मौसम बेईमान
राजस्थान के ऊपर चक्रवात होने और श्रीलंका से नॉर्थ मध्यप्रदेश की तरफ ट्रफ लाइन आने से फिर बारिश-ओलावृष्टि के आसार हैं। 24 मार्च से इसका असर ज्यादा दिखाई देगा। प्रदेश के कई जिलों में फिर ओले गिरेंगे, तो 40 से 60 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से आंधी चलेगी। मार्च महीने में यह तीसरा सिस्टम है, जिसके कारण बारिश हो रही है। पहला सिस्टम से 6 से 9 मार्च तक था जिसमें 43 जिलों में बारिश हुई और ओले भी गिरे। दूसरा 16 से 19 मार्च के बीच दो स्ट्रॉन्ग सिस्टम हवा-पानी के साथ ओले गिरे जिससे खेत में खड़ी फसल बर्बाद हो गई। 27 से ज्यादा जिलों में असर पड़ा है। ग्वालियर-चंबल संभाग में 60 से 85 प्रतिशत नुकसान का अनुमान जताया गया है।
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MP : किसानों की फिर आफत, 4 दिन ओले-तेज आंधी और बारिश की संभावना
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