- विधानसभा चुनाव प्रचार का भाजपा ने किया आगाज, कांग्रेस भी पूरी तरह तैयार
- बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के दौरे से कार्यकर्ताओं में उत्साह, भूपेश बघेल पर कांग्रेस का दारोमदार
रायपुर। मिशन 2023 का आगाज हो चुका है। मध्यप्रदेश के साथ ही छत्तीसगढ़ में भी साल के अंत तक चुनाव होंगे, लेकिन चुनावी रणभेरी बज चुकी है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने छत्तीसगढ़ का दौरा कर चुनावी अभियान का आगाज कर दिया है। वहीं कांग्रेस का पूरा दारोमदार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर है। राष्ट्रीय नेता भी आएंगे, लेकिन पूरा जोर प्रदेश के नेतृत्व पर ही रहेगा। बहरहाल जेपी नड्डा के दौरे से भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार हुआ है। एक तरह से छत्तीसगढ़ की पिच तैयार हो चुकी है। खिलाड़ी यानि नेता अपनी-अपनी भूमिका में उतर चुके हैं, रणनीति तैयार है, सो आने वाले समय में प्रदेश की राजनीति और गरमाएगी। भले ही अभी 8-9 महीने का समय हो, लेकिन राजनीति के जानकार कहते हैं कि चुनाव की तैयारियां तो एक साल पहले ही शुरू हो जाती हैं, क्योंकि माहौल बनाने में ही समय लग जाता है।
बीजेपी ने बनाई रणनीति
जेपी नड्डा लोकसभा ने छत्तीगढ़ में कोर कमेटी की बैठक की और रैली को भी संबोधित किया। वे कई सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल हुए और पार्टी संगठन की बैठकर कर पूरी रणनीति तैयार कर ली। अब इंतजार है तो प्रत्याशियों के चयन का। जाहिर है इसमें समय लगेगा और पार्टी फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है।
कांग्रेस का तंज, खुद का राज्य संभला नहीं, बात हिंदुओं की करते हो
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने नड्डा पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि वे तो अपना राज्य हिमाचल प्रदेश को भी नहीं बचा पाए हैं। भाजपा हिन्दुओं के नाम पर राजनीति करती है, लेकिन हिमाचल प्रदेश में ज्यादातर हिंदू मतदाताओं ने ही वहां भाजपा को वोट नहीं दिया। उन्होंने कहा कि धार्मिक ध्रुवीकरण के आधार पर वोट मांगने वालो को छत्तीसगढ़ की जनता स्वीकार भी नहीं करेगी और फूट डालने वालों को समय आने पर जवाब देगी।