विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे दिग्गज सियासी समीकरण साधने में जुटे, रोजाना चल रहे बयानों के तीर
भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियां पूरी तरह परवान चढ़ने लगी हैं। प्रदेश के मुखिया रोज पूर्व की कांग्रेस सरकार और उसके मुखिया रहे कमलनाथ से सवाल पूछ रहे हैं, तो कमलनाथ भी पीछे नहीं हैं। वे लगातार प्रदेश में चल रही विकास यात्रा पर सवाल उठा रहे हैं। कभी इसे निकास यात्रा बता रहे हैं, तो कभी कुछ और। अब कमलनाथ का कहना है कि प्रदेश सरकार को तो हिसाब यात्रा निकालनी चाहिए। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ पर वोट लेकर भूलने के आरोप लगाए हैं।
शिवराज के सामने होगा मजबूत चेहरा
सीहोर पहुंचे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ शिवराज सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को विकास नहीं हिसाब यात्रा निकालनी चाहिए। 18 साल से प्रदेश में भाजपा की सरकार है। आर्थिक गतिविधियां ठप पड़ी हैं। लेकिन मीडिया इवेंट और इंवेस्टर्स समिट कर सरकार की छवि चमकाने की कोशिश की जा रही है। जब उनसे पूछा गया कि कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद का दावेदार या चेहरा कौन होगा तो उन्होंने कहा कि अभी टिकटों का फैसला नहीं हुआ है, लेकिन यह तय है कि मजबूत चेहरा शिवराज के सामने होगा।
विशेष पैकेज देना तो दूर, वादे को ही भूल गए
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से कहा कि कांग्रेस ने वोट लेने के लिए अनेकों वादे किए पर उन्हें पूरा करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में कहा था कि जैविक खेती के प्रशिक्षण, प्रमाणित बीज एवं विपणन हेतु विशेष पैकेज दिया जाएगा। विशेष पैकेज देना तो दूर वह जैविक खेती को ही भूल गए। कांग्रेस सरकार ने प्रदेश को चौपट कर दिया था। अब मध्यप्रदेश फिर से विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है।