हैदराबाद। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को हैदराबाद स्थित कान्हा शांति वनम के हार्टफुलनेस सेंटर पहुंचे। यहां वे कमलेश दाजी व अन्य गणमान्य जनों के साथ आयोजित ध्यान सत्र सम्मिलित हुआ। इस अवसर पर योग और ध्यान के माध्यम से नशे की लत को छुड़ाने पर केंद्रित पुस्तक जी हां, आप कर सकते हैं का विमोचन किया। जब वे दाजी के साथ जब घूम रहे थे तो गीता का श्लोक याद आ गए-यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्।। परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्। धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे ।। शरीर के समाप्त होने के बाद भी हम समाप्त नहीं होते क्योंकि हम सिर्फ शरीर नहीं हैं, हम अजर अमर आत्मा हैं। नैनं छिन्दन्ति शस्त्राणि नैनं दहति पावक:। न चैनं क्लेदयन्त्यापो न शोषयति मारुत:।।
शिवराज ने कमलेश दाजी के चरणों में प्रणाम किया। उन्होंने कहा कि ध्यान के माध्यम से परमात्मा को प्राप्त कर सकते हैं। यह पद्धति मुझे आज की परिस्थितियों में संपूर्ण लगती है। ह्रदय में पास में प्रकाश की ज्योति जल रही है और वह ज्योति परमात्मा की तरफ जा रही है पूर्णब्रह्म परमात्मा हमें बुला रहा है। उसे हम जुड़ जाएं, एकाकार हो जाएं यह ध्यान करें। दुनिया में मनुष्य दो चीजें चाहता है। पहला यह कि व्यक्ति खूब जीना चाहता है। दूसरा यह कि सब सुखी जीवन जीना चाहते हैं। जितनी भी पद्धतियां और विचारधाराएं इसी सुख की प्राप्ति के लिए प्रारंभ होती हैं। मध्यप्रदेश की धरती पर भी हार्टफुलनेस के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण एवं ध्यान तथा अनेक कार्य संपन्न हो रहे हैं। मैं उन सभी कार्यों का अभिनंदन करता हूं।
उन्होंने कहा कि पूज्य कमलेश दाजी हम सबको ज्ञान का प्रकाश देने, सद्बुद्धि देने सद् मार्ग दिखाने आए हैं। इसलिए केवल ध्यान और योग नहीं और भी अनेक तरह की गतिविधियां कान्हा शांति वनम में चल रही हैं। मनुष्य शरीर, मन, बुद्धि, आत्मा का समुच्चय है और इन चारों का सुख प्राप्त करने का केंद्र हार्टफुलनेस है। कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन। मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि।। जैसे कमल का पत्ता पानी में रहते हुए भी पानी से गीला नहीं होता, वैसे ही हम कर्म तो करें, लेकिन फल की चिंता ना करें। पूज्य कमलेश दा जी ने मध्यप्रदेश रतलाम जिले के जावरा में एक बंजर पहाड़ी को हरा भरा बनाने का अभियान चलाया है। तकनीकी का उपयोग करके बेहतर किसानी कैसे हो सकती है, किसान कैसे ज्यादा आय प्राप्त कर सकता है। यह यहाँ से सीख जा सकता है।