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जबलपुर में पहली बार हुई कोयापुनेम गोंडी पुराण

  • अरनव एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसाइटी व गोंड समाज महासभा जबलपुर के तत्वावधान में रांझी में हुआ आयोजन
  • आदिवासी प्राकृतिक एवं वैज्ञानिक चेतना व अध्यात्मिक सत्य व असत्य से लोगों का परिचय करवाया

जबलपुर। रांझी बड़ा पत्थर स्थित अम्बेडकर पार्क में पाँच दिवसीय कोया पुनेम गोंड़ी पुराण का आयोजन किया गया। गोंडी पुराण का उद्देश्य शहरी क्षेत्र में आदिवासी प्राकृतिक एवं वैज्ञानिक चेतना व अध्यात्मिक सत्य व असत्य से लोगों का परिचय करवाना था। साथ ही प्राचीन आदिवासी गोंडी परंपराओं से लोगों को अवगत भी करवाना था। यह गोंडी पुराण शहर में पहली बार हो रहा है। अरनव एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी अध्यक्ष प्रीति ठाकुर एवं गोंड समाज महासभा जिला कार्यवाहक अध्यक्ष राजेंद्र सिंह तेकाम ने जारी विज्ञप्ति में बताया है कि अरनव एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसाइटी एवं गोंड समाज महासभा जबलपुर के संयुक्त तत्वाधान में यह आयोजन हुआ।
उन्होंने बताया कि प्रथम दिन 22 फरवरी को कलश यात्रा, पेन शक्ति, गोंडों सुमरव, नगर भृमण का कार्यक्रम रखा गया। प्रत्येक दिन अन्य प्रवचन जैसे-सृष्टि जीव जगत की उत्पत्ति, धर्मगुरु कुपारलिंगों की जन्म गाथा, काली कंकाली दाई की जन्म गाथा, समस्त देव बंटवारा व अंतिम दिन भंडारे के आयोजन के साथ कार्यक्रम का भव्य समापन किया गया। गोंडी पुराण सुनने शहर के हर जगह से लोग आये।
गोंडी पुराण वाचक तिरु. दीवान शाह धुर्वे द्वारा गोंड़ी पुराण का संगीतमय प्रवचन दिया गया। साथ ही भुमका बैगा तिरु. सुरेंद्र बरकदेव देवसिंग मरकाम द्वारा भी प्रवचन किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ समाजसेवी व संस्कार मीडिया रांझी संचालक शिव यादव, गोकलपुर वार्ड पार्षद राजेश यादव, कंचनपुर पार्षद रीना ऋषि यादव, समाजसेवी सोनू सुधीर दुबे, पूर्व जिला पंचायत सदस्य जमना मरावी आदि ने अलग-अलग दिन अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। प्रीति ठाकुर कुलस्ते अध्यक्ष अरनव एजुकेश एन्ड वेलफेयर सोसायटी, राजेन्द्र तेकाम कार्यवाहक जिला अध्यक्ष गोंड महासभा जबलपुर, नेमसिंग मरकाम, रत्न मरकाम मीडिया प्रभारी, मनीष ठाकुर कुलस्ते, नरेश कुलस्ते अध्यक्ष जबलपुर भुमका संघ, कोमल कोरचे, राघव प्रसाद, प्रमोद उइके, संतोष तेकाम, जनक मरावी, सेवल परते, महेश बट्टी, मुकेश बट्टी, बालकिशन उइके, उदयभान मरावी, लेखराम बरकड़े, नरेश धूमके, मुकेश मुरापे, रवि परस्ते, धनराज उरवेत, राजमणि कुसरो आदि का सहयोग रहा।

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