इंदौर। इंदौर के खालसा कॉलेज पहुंचे पूर्व सीएम कमलनाथ का विरोध हुआ है। प्रसिद्ध कीर्तनकार मनप्रीत सिंह कानपुरी ने आयोजकों को फटकार लगाई। मनप्रीत सिंह ने सिख विरोधी दंगा याद दिलाया कि किस तरह 84 के दंगों में गले में टायर डालकर सिखों को जिंदा जलाया गया। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को क्यों बुलाया गया, जिन सिख विरोधी दंगों में शामिल होने के आरोप हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि कौम बेगैरत हैं। अगर नहीं सुधरे तो फिर ऐसा ही होगा। उन्होंने इंदौर नहीं आने की कसम खाई। कुछ कांग्रेसियों ने किया बीचबचाव किया, लेकिन सारा प्रयास असफल रहा।
वहीं चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा को मौका मिल गया है। गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से कहा कि इंदौर के प्रभारी मंत्री होने के नाते परम आदरणीय कीर्तनकार मनप्रीत सिंह कानपुरी जी से विनम्र आग्रह है कि कुछ लोगों के कुतर्क की सजा सबको नहीं मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आपकी ज्ञानवाणी का लाभ इंदौर के लोगों को मिलना चाहिए। इसलिए आप इंदौर नहीं आने के अपने फैसले पर जरूर पुनर्विचार करें। क्योंकि इसमें इंदौर के लोगों की कोई गलती नहीं है। वहीं सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि यह चूक आयोजकों की है। जब सत्संग चल रहा था, तब कोई अतिथि आए तो उसका स्वागत लंबे समय तक चलता रहे। उन्होंने आयोजकों से कहा था कि इस तरह के वाकये नहीं होने चाहिए थे। इंदौर शांत शहर है और सभी धर्मों को मानने वाले लोग यहां रहते हैं।
सिख समाज के कार्यक्रम में कमलनाथ का विरोध, गृहमंत्री ने कसा तंज
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