रायपुर। छत्तीसगढ़ में जब भी चुनाव होते हैं तो मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस में ही होता है। हालांकि अब यहां पर आप भी चुनावी मैदान में उतरने वाली है। इसके अलावा क्षेत्रीय पार्टी जनता कांग्रेस भी यहां तीसरी शक्ति बनने की जुगत में लगी रही है। हालांकि प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने चुनाव नहीं लड़ने के संकेत हैं। उनका कहना है कि मां का स्वास्थ्य खराब है। राजनीति जीवन से बड़ी नहीं हो सकती। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि उनका परिवार चुनाव नहीं लड़ेगा और पार्टी उम्मीदवारों का क्या होगा।
अमित जोगी ने पोस्ट में यह कहा
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष अमित जोगी ने मां रेणु जोगी के स्वास्थ्य का हवाला देते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि चुनाव के कुछ महीने बचे हैं। लोग पूछ रहे हैं कि जनता कांग्रेस कुछ नहीं कर रही। राजनीति जीवन से कभी बड़ी नहीं हो सकती। मेरे पापा स्वर्गीय अजीत जोगी को खोने के बाद, मेरे लिए मेरी मां का स्वास्थ्य सत्ता से कहीं ज्यादा सर्वोपरि है। जब तक वह पूरी तरह स्वस्थ नहीं हो जातीं, मैं उनके साथ साए की तरह रहूंगा। उन्होंने लिखा कि मेरा दुर्भाग्य है कि पापा के आखिरी क्षणों में मैं उनके साथ नहीं रह पाया। इस गलती को मैं मम्मी के साथ नहीं दोहरा सकता। इसलिए मेरा प्रथम उद्देश्य मां का स्वस्थ होना है। बाकी राजनीति करने के लिए उम्र पड़ी है।
यह भी है चुनाव नहीं लड़ने की वजह
जनता कांग्रेस के मुखिया अमित जोगी और उनकी पत्नी ऋचा जोगी की जाति के दावों को प्रशासन निरस्त कर चुका है। अमित जोगी ने खुद को कंवर जाति का बताया था जिसे निरस्त किया जा चुका है। अमित जोगी की पत्नी के खिलाफ गोंड जाति का फर्जी प्रमाण पत्र बनवाने का केस दर्ज है। पिछली बार मरवाही उपचुनाव में जोगी परिवार बाहर हो गया था। चूंकि मरवाही जोगी परिवार की सबसे सुरक्षित सीट रही है। छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी यहीं से चुनकर आते थे। उनके निधन के बाद उपचुनाव में फर्जी जाति प्रमाणपत्र के आधार पर जिला प्रशासन ने इस सीट से अमित जोगी और ऋचा जोगी का नामांकन तक निरस्त कर दिया था।