- बसंत पंचमी पर राजेंद्र गुप्ता ने दिया था विवादित बयान, मामला दर्ज
- रांझी के बड़ा पत्थर में 26 जनवरी को खुले मंच से दिया भाषण, पुलिस को सौंपी पेन ड्राइव
जबलपुर। रांझी के बड़ा पत्थर में 26 जनवरी बसंत पंचमी का आयोजन चल रहा था। इस दौरान खुले मंच से राजेंद्र कुमार गुप्ता निवासी मोनी तिराहा ने को सनातन धर्म के देवी-देवताओं के खिलाफ अनर्गल बयान दिया। उनके अभद्र बयान का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। उनकी भाषा से कई लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। सरस्वती जी को लेकर अभद्र टिप्पणी करने वाले राजेंद्र कुमार गुप्ता के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद ने रांझी थारने मामला दर्ज कराया है। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल ने कार्रवाई की मांग की है। अम्बेडकर प्रखंड विश्व हिंदू परिषद के महेंद्र शुक्ला ने बताया गया कि पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया है। विहिप ने सबूत के तौर पर वीडियो को पेन ड्राइव में उपलब्ध कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
सरस्वती देवी को कहा कथित देवी
राजेंद्र कुमार गुप्ता वीडियो में कह रहे हैं कि आज गणतंत्र दिवस में तंत्र अलग हो गए हैं और गण अलग हो गया है। इसमें तो अब मंत्र भी आ गए हैं। गण अलग और तंत्र अलग हो गया है। जो लोग ग्रंथों में भरोसा करते हैं, यानि मिथकों, कहानियों और झूठ का मंत्र, जिनका सच से कोई मतलब नहीं, चिकित्सा विज्ञान से कोई वास्ता नहीं है। हम उस पर भरोसा करते हैं। उन्होंने कहा कि आज बसंत पंचमी का दिन भी है। जब वे कार्यक्रम के आ रहे थे तो शिक्षा की कथित देवी की पूजा हो रही थी। वो देवी जिसने क, ख, ग पढ़ा होगा या नहीं पता। एबीसीडी भी लिखी होगी, नहीं मालूम। मगर हम पूज रहे हैं। इस दौरान लोग तालियां बजाते हैं। उन्होंने कहा कि वो कथित देवी, जिसके बाप ने #### किया था। ऐसे #### को पूजने वालों को हम देवता मानते हैं। और जिन्होंने शिक्षा दी, जिनके कारण हम अपने आवरण को ढांक रहे हैं। वो शिक्षा की देवी को हम जानते नहीं हैं। वो शिक्षा की देवी ज्योतिबा फुले को हम जानते नहीं हैं। उस समय उनके साथ क्या दुर्व्यवहार हुआ होगा। लेकिन पति महात्मा फुले ने प्रेरणा दी।