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‘यहां नेता या मंत्री का आना मना है’ ग्रामीणों ने गाँव के बाहर लगाया नोटिस

उज्जैन जिले में तराना रोड का एक गांव तीन जिलों में अटका है। गांव का थाना मक्सी शाजापुर जिले में आता है। तहसील टोंक देवास जिले में आती है। पोस्ट जवासिया जो उज्जैन जिले के तराना में है। इस कारण ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। विधानसभा मुख्यालय 80 किलोमीटर है और उज्जैन जिला तराना के पास पड़ता है। ग्रामीणों की मांग है कि गांव का परिसीमन कर उज्जैन जिले की तराना तहसील में लाया जाए ताकि गांव का विकास भी हो सके।

उज्जैन के तराना रोड़ पर देवास जिले के अंतर्गत आने वाले गांव उज्जैन के मक्सी रोड में स्थित डींगरोदा गांव में अपनी मांग मनवाने के लिए रहवासियों ने अब विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने की ठानी है। ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव को उज्जैन जिले की तराना तहसील से जोड़ा जाए। यह गांव देवास जिले और उज्जैन जिले की सीमा पर है। गांव से जिला मुख्यालय देवास तक जाने के लिए 80 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है। अगर इसे उज्जैन जिले में शामिल किया जाए तो इस गांव की कई समस्याएं समाप्त हो जाएंगी।

डींगरोदा गांव के ग्रामीण बीते कई वर्षों से इस बात की मांग करते आ रहे हैं। आज तक शासन या प्रशासन ने उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया। इस गांव के लोगों ने विधानसभा चुनाव के दौरान अपनी मांग का ध्यान आकर्षण करवाने के लिए गांव के लोगों ने गांव की सीमा पर एक बोर्ड लगाया है। इसमें उनकी मांगों का उल्लेख करते हुए लिखा गया है कि यहां किसी नेता या मंत्री का आना माना है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध कराया जाए। साथ ही इसे उज्जैन जिले की तराना तहसील में शामिल किया जाए।

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