HomeजबलपुरBJP के जवाब में कांग्रेस ने निकाली यह यात्रा, लोग हैरत में...

BJP के जवाब में कांग्रेस ने निकाली यह यात्रा, लोग हैरत में पड़े

  • केंट कांग्रेस एवं एनएसयूआई ने भाजपा विकास शव यात्रा का शुभारंभ किया गया
  • कांग्रेसी बोले-भाजपा विकास यात्रा निकाल रही है लेकिन भाजपा को विनाश यात्रा निकालना चाहिए

जबलपुर। जब यात्राओं का दौर शुरू हो जाए और नेता गलियों की खाक छानने लगें, तो समझ लीजिए कि चुनाव नजदीक हैं। ऐसे में एक-दूसरे पर कीचड़ उछालना, आरोप लगाना, यात्रा के जवाब में यात्रा निकालना लाजिमी है। भाजपा जहां पूरे प्रदेश में विकास यात्रा निकाल रही है, तो कांग्रेस भी हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा निकालने में व्यवस्त है। लेकिन लगता है कि इतने से कुछ होगा नहीं, सो कांग्रेस ने अब विकास की शव यात्रा निकाली और बिन मांगी सलाह भी दे दी कि भाजपा को विनाश यात्रा निकालनी चाहिए। जबलपुर के कैंट विधानसभा अंतर्गत पूर्व कैंट बोर्ड उपाध्यक्ष अभिषेक चिंटू चौकसे की अगुवाई में एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष सौरभ गौतम एवं प्रदेश सचिव राहुल रजक के नेतृत्व में विकास शव यात्रा निकाली गई।

दावा किया, 18 वर्ष में विकास नहीं, विनाश ही हुआ

पूर्व कैंट बोर्ड उपाध्यक्ष अभिषेक चिंटू चौकसे का कहना है कि भाजपा जो विकास यात्रा निकाल रही है, उसमें आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विधायकों द्वारा कलेक्ट्रेट के अधिकारियों को क्षेत्र में ले जाया जाता है, जिससे जनसमस्याओं का कोई भी निराकरण नहीं होता है। जिला कलेक्ट्रेट में जो भी आमजन पहुंचते हैं वहां पर कोई भी अधिकारी मौजूद नहीं हो रहे हैं जिससे कि आम लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। चिंटू चौकसे ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार को विकास नहीं विनाश यात्रा निकलनी चाहिए क्योंकि पिछले 18 वर्ष में भाजपा सरकार ने प्रदेश में हर वर्ग के विकास का विनाश ही किया है। शव यात्रा में सौरभ गौतम, राहुल रजक ,मोहम्मद अलीराकेश श्रीवास्तव, कमलेश मालवीय, राकेश रजक, अनुज यादव, मोहम्मद आजाद, मुकेश श्रीवास्तव, गोविंद चौधरी, सोनू गुप्ता, अरुण यादव, पुष्पेंद्र गौतम आदि मौजूद रहे।

यह भी लगाए आरोप

-प्रदेश में छात्र रोजगार के लिए दर-दर भटक रहा है, कैंट विधानसभा अंतर्गत फैक्ट्रियां का निजीकरण कर दिया गया है।
-महाविद्यालय में शिक्षकों की कमी है, अतिथि शिक्षक नियमितीकरण को लेकर सड़क पर हे, वर्षों से छात्रों को छात्रवृत्ति नहीं मिली है।
-छात्रों की प्रतिवर्ष आने वाली पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्य एवं अन्य छात्रवृत्ति योजनाओं के माध्यम से मध्यम वर्गीय परिवार के छात्रों को आने वाली छात्रवृत्ति कई कई वर्षो तक लम्बित रह रही है जिससे प्रदेश में तकनिकी एवं उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे मध्यम वर्गीय छात्रों के परिवार पर शिक्षा के व्यय का अतिरिक्त भार बढ़ रहा है।
-बढ़ती बेरोजगारी पूरे देश में भाजपा द्वारा उत्पन्न एक गंभीर समस्या है लेकिन हमारे मध्य प्रदेश में तो हजारों लाखों पद कई सैंकड़ों विभागो में रिक्त होने के बावजूद भी प्रदेश की शिवराज सरकार इसको भर बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने में असमर्थ है।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments