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धोनी की वापसी से कितनी बदल जाएगी टीम इंडिया.. क्या दूसरी बार आएगा टी-20 वल्र्ड कप

जबलपुर। महेंद्र सिंह धोनी.. एमएस धोनी.. भारत में किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। धोनी ने विकेटकीपर, बल्लेबाज और कप्तानी का तिहरा दायित्व संभालते हुए टीम इंडिया को बुलंदियों तक पहुंचाया था। वह धोनी ही थे जिन्होंने नए-नवेले जोशीले युवा क्रिकेटरों के साथ पहला टी-20 विश्व कप भारत की झोली में डाला। यह पहला मौका था, जब पूरी दुनिया ने उनकी कप्तानी का लोहा माना। विकेट के पीछे खड़े होकर वह पूरे खेल को भांप लिया करते थे। अंतिम समय तक धोनी कब कैसे पांसा पलट दें, इसे लेकर विरोधी टीमें भी हमेशा गच्चा खा जाती थीं। बहरहाल कपिल देव के बाद धोनी ही थे, जिन्होंने वनडे का वल्र्ड कप भारत को दिलाया। कुछ साल पहले ही धोनी संन्यास ले चुके हैं और कप्तानी की कमान विराट कोहली के हाथों में है। लेकिन विराट खेल का प्रदर्शन करने वाले कोहली का दुर्भागय यह है कि वे बड़े टूर्नामेंट में अंत में बाजी हार जाते हैं। टीम प्रबंधन और बीसीसीआई इसे लेकर परेशान था। फिर क्या था इसी परेशानी ने धोनी की टीम इंडिया में वापसी करा दी। अब धोनी भले ही ग्राउंड में चौके-छक्के न लगाएं और न ही विकेट के पीछे खड़े नजर आएं, लेकिन वे बतौर मेंटर टीम इंडिया के लिए ट्रंप कार्ड साबित हो सकते हैं। ऐसे में 17 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच यूएई और ओमान में खेला जाने वाला टी-20 वल्र्ड कप फिर भारत आने की प्रबल संभावना बन गई है।
शांत दिमाग, हर मुश्किल से टीम को निकाला
धोनी बेहद शांत मिजाज हैं और खिलाडिय़ों को जोश में भी भरते हैं। भले ही परिस्थिति कैसी भी हो, वे मंझधार से टीम को निकाल ले जाते हैं। उनकी इसी काबिलियत के कारण भारत ने वनडे, टी-20 वल्र्ड कप के साथ कई टूर्नामेंट में भारत का दबदबा साबित किया।
विराट भी चाहते थे साथ रहें धोनी
जब विराट कोहली ने कप्तानी संभाली थी, तब उनके लिए धोनी की भूमिका बेहद अहम थी। यानि कि वे धोनी के मार्गदर्शन में ही कप्तानी कर रहे थे। ऐसे में विराट यही चाहते थे कि धोनी अभी खेलते रहें। चूंकि विराट का व्यक्तित्व आक्रामक है और अपने इसी अंदाज के लिए जाने जाते हैं।
क्या भविष्य का संकेत ही धोनी को मेंटर बनाना
धोनी को टीम इंडिया का मेंटर बनान भविष्य का संकेत माना जा रहा है। रवि शास्त्री टीम के कोच हैं। ऐसे में उनकी मौजूदगी में ही धोनी को मेंटर बनाना बड़ी रणनीति हो सकती है। हो सकता है कि धोनी आने वाले समय में बतौर कोच भी नजर आ जाएं। क्योंकि आने वाले समय में रवि शास्त्री का कार्यकाल खत्म हो जाएगा। ऐसे में बीसीसीआई को बेहतर कोच की तलाश है। राहुल द्रविड़ कोच बनना नहीं चाहते। कुंबले का पिछला एक्सपीरिएंस बेहद खराब रहा। ऐसे में घूम-फिरकर धोनी ही पहली पसंद हो सकते हैं।

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