Homeताजा ख़बरहे भगवान..! अब नकल कराने के लिए भी रिश्वत..

हे भगवान..! अब नकल कराने के लिए भी रिश्वत..

  • दमोह जिले में 5000 रूपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया परीक्षा केंद्र का पर्यवेक्षक
  • लोकायुक्त सागर ने की कार्रवाई, बोर्ड परीक्षा में पास कराने और नकल कराने 10-10 हजार रूपए मांग रहा था

भोपाल। अभी तक आपने सरकारी विभागों में काम करवाने के लिए रिश्वत दी होगी। पुलिस, पटवारी, आरआई, सचिव से लेकर तहसीलदार और एसडीएम तक रिश्वत लेते पकड़े जाते हैं। लेकिन दमोह जिले में बोर्ड परीक्षा के लिए तैनात परीक्षा केंद्र का पर्यवेक्षक ही रिश्वत लेते पकड़ा गया है। यह एक तरह का अनोखा मामला है, जबकि कोई परीक्षा में पास कराने के लिए रिश्वत लेते पकड़ा गया है। दमोह के नरसिंहगढ़ हायर सेकेंडरी स्कूल में पर्यवेक्षक घनश्याम पिता पन्नालाल अहिरवार को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते सागर लोकायुक्त ने ट्रैप किया है। बताया जाता है कि वह बोर्ड परीक्षा में नकल कराने के एवज में 10-10 हजार रुपए मांग करता था। इसकी शिकायत एक छात्रा के पिता ने सागर लोकायुक्त से कर दी।
फोन कर-करके मांग रहा था रिश्वत
लोकायुक्त एडिशनल एसपी राजेश खेड़े ने बताया कि पथरिया के देवलाई गांव में रहने वाली छात्रा के पिता की शिकायत की तो पता चला कि जनशिक्षक घनश्याम अहिरवार छात्रों को नकल कराने के बदले 10-10 हजार रुपए मांग रहा है। छात्रा के पिता ने शिक्षक को 2 हजार रुपए एडवांस दे दिए, फिर भी वह और रकम मांग रहा था। इसके बाद मजबूर पिता ने लोकायुक्त में शिकायत कर दी। बताया गया कि जनशिक्षक छात्रों के परिजनों को फोन लगाकर उनसे रुपए मांग रहा था। इसके बाद लोकायुक्त टीम ने केमिकल युक्त नोट शिकायतकर्ता पिता को दिए। जैसे ही शिक्षक ने रुपए हाथ में लिए, टीम ने उसे दबोच लिया। लोकायुक्त को देखकर आरोपी जनशिक्षक की सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई और वह इस मामले में कुछ भी बोला।
नकल कराकर अच्छे नंबरों से पास कराने का देता था झांसा
जनशिक्षक ने पिता से कहा था कि वह उनकी बेटी को नकल कराकर अच्छे नंबरों से पास करा देगा। उसकी बेटी 12वीं में पढ़ रही है। बच्ची को पास करवाने के लिए घनश्याम ने 10 हजार रुपए की मांग की थी। दो दिन में 7 हजार रुपए लिए। जनशिक्षक का कहना था कि उसने बेटी को नकल करवाई है। इसलिए पूरे पैसे चाहिए। मजबूर पिता के पास पैसे नहीं रहने पर उसने लोकायुक्त की शरण ली।
नकल के लिए बदनाम दमोह
दमोह‎ जिले के तेंदूखेड़ा के सीएम राइज‎ स्कूल में जमकर नकल हो रही है। ग्रामीण बताते हैं कि यहां बोर्ड परीक्षा में प्रदेश के 6‎ जिले के परीक्षार्थी आते हैं। 10वीं और 12वीं‎ के ये छात्र परीक्षा देने के लिए कार और बाइक से‎ पहुंचते हैं। जिला प्रशासन के प्रयास यहां बौने साबित हो रहे हैं।

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