Homeमध्यप्रदेशजबलपुर में गंगईवीर के जंगल में विकसित होने जा रहा गोवंश वन्य...

जबलपुर में गंगईवीर के जंगल में विकसित होने जा रहा गोवंश वन्य विहार

मप्र गोपालन एवं पशुधन संवद्र्धन बोर्ड की कार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि, मप्र जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. जितेन्द्र जामदार व क्षेत्रीय विधायक नंदिनी मरावी ने भूमिपूजन
जबलपुर। जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन तथा पशुपालन एवं डेयरी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में मध्यप्रदेश गोपालन एवं पशुधन संवद्र्धन बोर्ड की कार्य परिषद् के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि, मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. जितेन्द्र जामदार, क्षेत्रीय विधायक नंदिनी मरावी ने गोवंश वन्य विहार हेतु गोमाता के तैल चित्र का श्रीगणेश, कलश एवं मंत्रों द्वारा आवाहित देवों, नवग्रहों के पूजन उपरान्त भूमि पूजन किया। स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि ने वर्ष 1916 में बने गोसदन के वर्ष 2000 तक क्रियाशील रहने एवं भंग होकर पुन: गोवंश वन्य विहार के रूप में अस्तित्व में आने का वृत्त उपस्थित जनों के समक्ष रखा तथा सभी को सूचित भी किया कि शासन की गोरक्षा संबंधी नीति तथा माननीय मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार हम प्रदेश के भंग किए गोसदनों को गोवंश वन्य विहार के स्वरूप में विकसित कर गोवंश का छिना हुआ हक और उनका निवाला उन्हें दिलाने का काम दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ कर रहे हैं। हमारे प्रदेश के जंगलों में भंग गोसदन जिनकी संख्या 8 है। इन जंगलों में गोमाता के स्वाभाविक हक की 6700 एकड़ भूमि है। हम उसे लक्ष्य कर गोसंरक्षण का रोडमैप बनाकर कार्य कर रहे हैं। शासन-प्रशासन और आम नागरिक मिलकर गो सेवा का लक्ष्य हासिल करेंगे।
पूजनोपरांत अत्यंत संक्षिप्त मंचीय कार्यक्रम में सर्वप्रथम पशुपालन एवं डेयरी विभाग के उपसंचालक डॉ. सुनील कान्त बाजपेयी ने उपस्थित सभी का वाचिक स्वागत करते हुये गंगईवीर के जंगल परिक्षेत्र में पूर्व में संचालित गो सदन के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। वर्ष 2000 में तत्कालीन शासन के निर्देशानुसार गोसदन भंग हो गया। वर्तमान में जिले और इसके आसपास तथा प्रदेश में निराश्रित,भटके हुये गोवंश को संरक्षित करने के उद्देश्य से यह भंग किया गया। गोसदन अब नये स्वरूप में विकसित करने का शासनादेश प्राप्त हुआ है। उसी के अनुपालन में अब यहाँ गोवंश वन्य विहार विकसित होने जा रहा है। संयुक्त संचालक डॉ. अयोध्या प्रसाद गौतम ने गोवंश वन्य विहार का प्रास्ताविक वक्तव्य दिया। इस अवसर पर म.प्र. जनअभियान परिषद् के महानिदेशक श्री नायडू (आई.ए.एस.), पशुपालन विभाग के चिकित्सक गण भी उपस्थित रहे। महामण्डलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि एवं डॉ. जितेंद्र जामदार ने उपस्थित जनों को संबोधित किया।
इस अवसर पर क्षेत्रीय तहसीलदार, ए.डी.एम.,एस.डी.एम. निर्माण एजेंसियों के अधिकारीा, राजस्व विभाग के जिम्मेदार अधिकारी, सांसद प्रतिनिधि श्री अवस्थी, स्थानीय जनप्रतिनिधि, पटवारी व ग्राम की सरपंच व क्षेत्रीय ग्रामीणजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ.नमन सिंह ठाकुर एवं आभार प्रदर्शन डॉ.एस एस मायल द्वारा किया गया।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments