जबलपुर के पाटन थाना अंतर्गत एक किसान ने अपने ऊपर खुद करंट लगाकर आत्महत्या कर ली बताया जाता है कि पेशे से 35 वर्षीय किसान प्रमोद नामदेव के दो बच्चें है। रक्षा बंधन में पत्नी दोनों बच्चों के साथ मायके गई थी। घर पर बुजुर्ग पिता राम चरण नामदेव अकेले थे।
सुबह करीब 11 बजे प्रमोद पिता से यह कहकर निकाला कि मैं खेत जा रहा हूँ। पिता ने भी बोला ठीक है, पर ज़ल्दी आना। गांव के बाहर प्रमोद का खेत है। वह पैदल ही चला गया। काफ़ी देर तक जब वह लौटकर नही आया तो पिता को चिंता हुई तो वह भी बेटे को देखने के लिए खेत चले गए। जैसे ही पिता खेत पहुंचे तो प्रमोद खाट पर मृत अवस्था में था। और उसके हाथों में तार लिपटे हुए थे। बेटे को मृत अवस्था में देख पिता जोर-जोर से रोने लगें। थोड़ी देर में लोगों की भीड़ लग गई। घटना के बाद पाटन थाना पुलिस का स्टाफ भी मौके पर पहुंच गया।
पाटन थाना प्रभारी नवल आर्य ने बताया कि ग्रामीणों ने सूचना दी थी कि एक व्यक्ति पलंग पर मृत पड़ा हुआ और उसके हाथों में बिजली के तार लिपटे हुए है। घटना के बाद पुलिस स्टाफ मौके पर पहुंचा और प्रमोद को पाटन स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने प्रमोद के हाथों में लिपटे तार को जप्त कर लिया है। पुलिस को आशंका है कि संभवतः जिस समय गांव में लाइट नही थी।
उस समय प्रमोद ने पहले तो नलकूप की बिजली की तार काटी और फिर उसका ऊपरी प्लास्टिक का हिस्सा प्लास से अलग किया। इसके बाद उसने बिजली की तार को अपने हाथों में लपेट लिया और फिर इंतजार करने लगा लाइट आने का और जैसे ही बिजली आई तो करंट लगने से उसकी मौत हो गई।
पाटन थाने में पदस्थ एसआई ने बताया कि मौके से किसी प्रकार का सुसाइड नोट नहीं मिला है। फिलहाल पुलिस ने प्रमोद के शव का पंचनामा करने के बाद पाटन स्वास्थ्य केंद्र में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। गुरुवार को प्रमोद का पोस्टमार्टम किया जाएगा। इधर घटना के बाद पुलिस मृतक के परिजनों से पूछताछ कर रही है। शुरुआती दौर में प्रमोद के इस तरह से आत्महत्या करने का कारण अभी अज्ञात है।
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