पर्यावरण मंत्री हरदीप सिंह डंग ने किया वायु गुणवत्ता सुधार कार्यशाला का शुभारंभ, कहा-मुख्य मार्गों के साथ गली-मोहल्लों को भी स्वच्छ बनायें
भोपाल। नगरीय प्रशासन, शहर के मुख्य मार्गों की सफाई के साथ गली-मोहल्लों की साफ-सफाई पर भी विशेष ध्यान दें। प्रदूषण नियंत्रण में इसका काफी प्रभाव पड़ता है। पर्यावरण से संबंधित अधिकांश साहित्य अंग्रेजी भाषा में हैं। लोगों को पर्यावरण का महत्व, संरक्षण और उपाय सरल ढ़ंग से उनकी भाषा में समझाएं। यह बात पर्यावरण मंत्री हरदीप सिंह डंग ने सोमवार को भोपाल में आयोजित मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की केन्द्रीय नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला में कही। कार्यशाला में एनसीएपी में शामिल मध्यप्रदेश के 7 शहर- भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, सागर, उज्जैन और देवास के नगर पालिक निगम आयुक्त, जिला पुलिस अधीक्षक, सिटी लेवल इंप्लिमेंटेशन कमेटी के स्टेक होल्डर्स और विभिन्न विभागों के अधिकारी भाग ले रहे हैं।
वायु गुणवत्ता सुधार में सामूहिक प्रयास करें
मंत्री हरदीप सिंह डंग ने कहा कि पर्यावरण विभाग द्वारा नगर निगमों को पर्यावरण-संरक्षण के लिए 36 करोड़ रूपये की राशि दी गई है। अच्छा काम करने पर यह राशि बढ़ाई जा सकती है। नगर निगम विभिन्न विभागों के समन्वय से वायु गुणवत्ता सुधार में सामूहिक प्रयास करें। शहरों के अलावा गाँव और कस्बों में भी जागरूकता बढ़ाएँ। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में आरंभ पर्यावरण-संरक्षण के अंकुर कार्यक्रम में अब तक 5 करोड़ पौध-रोपण हो चुका है, इसका आने वाले समय में बड़ा लाभ मिलेगा।
..तो राशि में कटौती की जाएगी
प्रमुख सचिव पर्यावरण गुलशन बामरा ने कहा कि शहरों में वायु प्रदूषण औद्योगिकीकरण, निर्माण कार्य, घूल-कण और लकड़ी-कचरा आदि जलाने तथा वाहनों के धुएँ आदि से होता है। इनको नियंत्रित करने के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो नगर निगम शहर के वायु गुणवत्ता सुधारने का कार्य नहीं करेंगे उनकों मिलने वाली राशि में कटौती की जायेगी। वहीं अच्छा काम करने वालों की राशि में वृद्धि भी की जा सकेगी।
कार्यों और अनुभवों को साझा किया
विषय-विशेषज्ञों और आईआईटी कानपुर के डॉ. मुकेश शर्मा ने “भारत में नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम“, एआरएआई पुणे के श्री मौक्तिक बावसे ने “सोर्स एपोर्शनमेंट स्टडी एण्ड एमिशन इनवेन्टरी ऑफ भोपाल सिटी“ और सीआईआई नई दिल्ली के श्री शिखर जैन ने “एयरशेड वेसिन एण्ड सोर्स एपोर्शनमेंट स्टडी ऑफ इंदौर सिटी“ पर प्रस्तुतिकरण दिया। सभी 7 शहर के नगर निगम आयुक्त ने अपने क्षेत्र के वायु गुणवत्ता सुधार के लिए किये जा रहे कार्यों और अनुभवों को साझा किया। सदस्य सचिव मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड चन्द्रमोहन ठाकुर, संचालक ए. मिश्रा, अपर आयुक्त नगर निगम भोपाल अवधेश शर्मा, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
अंग्रेजी की बजाय लोगों को उनकी भाषा में समझाएं पर्यावरण का महत्व, संरक्षण और उपाय
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