- पूर्व मुख्यमंत्री ने माना, हमारा संगठन कमजोर है, तैयारियों में जुट जाने का किया आह्वान
- पहले भी कह चुके हैं दिग्विजय, इस बार हारे तो ढूंढे से भी कार्यकर्ता नहीं मिलेगा
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अपनी साफगोई के लिए जाने जाते हैं। बीते साल उन्होंने कार्यकर्ताओं की गुटबाजी पर कड़े शब्दों में प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि सुधर जाओ, इस बार हारे तो घर बैठना पड़ेगा। ढूंढे से भी कार्यकर्ता नहीं मिलेंगे। ये हमारा आखिरी चुनाव है। इसके बाद मौका नहीं मिलने वाला। वहीं अब उन्होंने हरदा जिले की टिमरनी विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं से बात करते साफ स्वीकार कर लिया है कि कांग्रेस का संगठन कमजोर है और हमें भी भाजपा के संगठन की तर्ज पर चुनाव लड़ना पड़ेगा। वहीं उनकी इस व्यवस्तता पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि राजा साहब! आपने तो संगत में पंगत शुरू की है, लेकिन रायता तो फैलेगा ही।
दिग्विजय ने सिंधिया पर कसा तंज
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भी तंज कसते हुए कहा कि इस चुनाव में बिकाऊ नहीं टिकाऊ माल आएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने झूठे मतदाता जोड़े हैं। उन्होंन आह्वान किया कि सभी समन्वय से काम करें, गुटबाजी हमारे लिए ठीक नहीं है। जिसको भी टिकट मिलेगी, उन्हें हमें सहयोग करना है। उन्होंने कहा कि हमें जनता के बीच भाजपा सरकार की कमियां बताना चाहिए। उन्होंने साफ कहा कि जनता तो हमको चाहती है, लेकिन हमारा संगठन मजबूत न होने से हम चुनाव हार जाते हैं।
नरोत्तम मिश्रा ने ऐसे कसा तंज
गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ के छोटे भाई राजा साहब दिग्विजय सिंह ने फिर संगत में पंगत शुरू कर दी है और जब पंगत होगी तो रायता तो फैलेगा ही। दिग्विजय सिंह कितना भी प्रचार करें, जनता उसे दुष्प्रचार ही मानती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की डेलीगेट की सूची देखी। यह डेलीगेट की नही, ’फैमिलीगेट’ की सूची है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को पार्टी से ज्यादा अपने परिवार की चिंता है। सचिन यादव सिर्फ इसलिए रह गए क्योंकि उनके भाई अरुण यादव ने कमलनाथ को भावी मुख्यमंत्री बताने पर सवाल उठाए थे।