Homeजबलपुरजया किशोरी की कथा के अंतिम दिन उमड़ा जनसैलाब

जया किशोरी की कथा के अंतिम दिन उमड़ा जनसैलाब

जबलपुर। श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के अंतिम दिवस व्यासपीठ से जया किशोरी जी ने अपनी मधुर वाणी से भागवत कथा सुनाई। अंतिम दिन होने के कारण उन्हें सुनने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। जया किशोरी जी ने भगवान श्री कृष्ण के गुणगान करते हुए बताया कि भगवान भाव के भूखे होते हैं जो उनसे निस्वार्थ प्यार करता है उसी के हो जाते हैं महाभारत युद्ध के पूर्व जब भगवान संधि प्रस्ताव लेकर दुर्योधन के पास पहुंचे दुर्योधन ने उनकी आगमन करने के लिए उन्हें अपनी और मिलाने के लिए भगवान को छप्पन भोग पर आमंत्रित किया लेकिन भगवान तो भक्त के प्रेम के बस में होते हैं। प्रभु कृष्ण विदुर के घर भोजन करने पहुंच गए।
कृष्ण सुदामा की मित्रता की चर्चा करते हुए जया किशोरी जी ने कहा कि मित्र सुदामा के प्रेम भाव की रक्षा के लिए भगवान जो त्रिलोक अधिपति हैं उन्होंने अपने आंसुओं से सुदामा के चरण धोए। भगवान पर जब सुमन तक मणि चुराने का आरोप लगा तो भगवान मणि घूमने जामवंत की गुफा तक पहुंच गए वहां पर भगवान का मल युद्ध जामवंत से हुआ। वास्तव में राम अवतार के समय जामवंत ने रावण वध के उपरांत भगवान से कहां की मेरी तो युद्ध की इच्छा ही खत्म नहीं हुई तो भगवान में उन्हें भरोसा दिया कि तुम्हारे युद्ध की इच्छा मैं समाप्त करूंगा। अपने भक्तों की इच्छा का सम्मान करते हुए भगवान ने जामवंत से युद्ध किया और फिर उनकी पुत्री जामवंती से विवाह किया। कथा प्रारंभ होने के पूर्व व्यासपीठ का पूजन पंडित प्रमोद तिवारी, विधायक तरुण भनोट, गौरव भनोट, रोहित तिवारी, सत्येंद्र पटेल, मिंटू मिश्रा आदि ने किया। सुश्री जया किशोरी जी का सम्मान कृषि मंत्री कमल कुमार पटेल ने किया। बगलामुखी पीठ के ब्रह्मचारी चैतन्यानंद जी महाराज उपस्थित रहे।

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