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कांग्रेसियों ने घेरा कैंट बोर्ड कार्यालय, पीढ़ियों से रह रहे 25 हजार मतदाताओं के नाम कटने से बढ़ा आक्रोश

उमड़ा क्षेत्रीय जनता का जनसैलाब, हजारों की तादाद पर कैंट कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन, टैक्स असेसमेंट की भी मांग

जबलपुर। जबलपुर कैंट बोर्ड की वोटर लिस्ट में 25000 बंगला बगीचा एवं कंपाउंड मतदाताओं के नाम काट दिए गए हैं। इनके बगैर ही चुनाव कराए जाने से केंट कांग्रेस का गुस्सा भड़क उठा है। कांग्रेस की मांग है कि पहले 25000 बंगला बगीचा एवं कंपाउंड मतदाताओं के नाम जोड़े जाएं उसके बाद कैंट बोर्ड के चुनाव कराया जाएं। पूर्व कैंट बोर्ड उपाध्यक्ष अभिषेक चिंटू चौकसे ने बताया कि कैंट छावनी में पहले सभी घरों का टैक्स 3 साल में एसेसमेंट होता था, लेकिन जब से पार्षद कार्यकाल खत्म हुआ है, कैंट बोर्ड द्वारा हर साल असेसमेंट किया जाता है और टैक्स बढ़ाया जा रहा है। पूर्व में ब्याज माफ होता था, वह भी माफ नहीं हो रहा है। वहीं भारत सरकार रक्षा मंत्रालय के निर्देशानुसार 30 अप्रैल 2023 को 57 छावनी परिषदों में साधारण चुनाव की घोषणा की जा चुकी है। कैंट कांग्रेस के नेतृत्व में सदर काली माई मंदिर से सभी कांग्रेसी कार्यकर्ता व क्षेत्रीय जन एकत्रित हुए और सदर की विभिन्न गलियों में घूम कर कैंट बोर्ड कार्यालय का घेराव कर राष्ट्रपति के नाम कैंट बोर्ड के सीईओ अभिमन्यु सिंह को ज्ञापन सौंपा।
पूर्वजों कई पीढ़ि़यों से यहां निवास कर रहे
पूर्व कैंट बोर्ड उपाध्यक्ष अभिषेक चिंटू चौकसे ने बताया कि पिछले कई वर्षों से हमारे पूर्वज यहां पर निवासरत थे और उनकी कई पीढ़ियां यहां पर निवास कर रही है। उसके बावजूद भी 25000 बगीचा बंगला एरिया के नाम काटे गए। उन्होंने कहा कि हम चुनाव के विरोध में नहीं हैं लेकिन बोर्ड द्वारा 25000 बंगला बगीचा एवं कंपाउंड मतदाताओं के नाम काटे गए, जो गलत है। हमने पहले भी मांग रखी थी कि कैंट इलेक्ट्रोल रूल 10सी में रेसिडेंस घर है, सबके पास हाउस नंबर एलॉटेड है, उसमें ऑर्डिनरी रेसिडेंस साधारण घर जोड़ना है। हमारी मांग है कि केंट इलेक्ट्रोल रूल में संशोधन किया जाए किया जाए और 25000 मतदाताओं के नाम जोड़े जाएं। इसके बाद ही कैंट बोर्ड के चुनाव कराया जाएं।
हर साल असेसमेंट, टैक्स बढ़ाया जा रहा
उन्होंने कहा कि जबलपुर कैंट छावनी में पहले सभी घरों का टैक्स 3 साल में एसेसमेंट होता था लेकिन जब से पार्षद कार्यकाल खत्म हुआ है, कैंट बोर्ड द्वारा हर साल असेसमेंट किया जाता है और टैक्स बढ़ाया जा रहा है। पूर्व में ब्याज माफ होता था वह भी माफ नहीं हो रहा है। हमारी मांग है कि हर साल वाला एसेसमेंट बंद किया जाए एवं पूर्व में जो 3 साल वाला एसेसमेंट था उसको फिर से चालू किया जाए। इससे जनता को काफी राहत मिलेगी। कार्यक्रम में अमरचंद बावरिया, किरण ठाकुर, पवन कनौजिया, निलेश मलिक ,रंजीत यादव, राहुल रजक, सौरभ गौतम, अकबर खान, अभय नायडू, दिलीप रजक, पंचम सेन, शिव अग्रवाल, राजेंद्र पिल्ले, राजेश चौबे,हेमंत मलिक, विजय पांडे, सैमुअल जेवियर आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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