नीतू साहू, जबलपुर। वीर सावरकर, एक ऐसा नाम जिसने कठोर यातनाएं झेलीं। 50 साल के कालापानी की सजा पाई। सैलुलर जेल में 10 वर्ष तक रहे। अब उनके नाम पर फिर विवाद गहरा गया है। भारत जोड़ो यात्रा में महाराष्ट्र के अकोला पहुंचे कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने विनायक दामोदर सावरकर पर अंग्रेजों की मदद करने का आरोप लगाया है। राहुल गांधी ने एक चि_ी दिखाते हुए प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि सावरकर ने कारागार में रहने के दौरान अंग्रेजों के डर से माफीनामे पर हस्ताक्षर करके महात्मा गांधी और अन्य समकालीन भारतीय नेताओं को धोखा दिया था।
फडणवीस ने राहुल के बयान को बचकाना बताया
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी के इस बयान को बचकाना बताया। उन्होंने कहा कि मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि महात्मा गांधी जी ने भी ऐसे पत्र लिखे थे। इस तरह के पत्र लिखना ब्रिटिश शासन के दौरान आम बात थी। यहां तक कि महात्मा गांधी भी इस तरह के पत्र लिखते थे। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी, सावरकर, सुभाष चंद्र बोस या सरदार पटेल में विश्वास नहीं करते हैं। उन्हें गांधी-नेहरू परिवार को छोडक़र राष्ट्रीय नायकों को अपमानित करने का शौक है।
जानिए राहुल से पहले वीर सावरकर पर कांग्रेस की क्या सोच थी
0 राहुल गांधी की दादी इंदिरा गांधी ने सावरकर पर डाक टिकट जारी किया था और सावरकर की स्मृति में स्थापित न्यास को निजी तौर पर 11 हजार रूपये दिए थे।
0 मुंबई के कांग्रेसी महापौर ने दादर में 100 करोड़ की जमीन सावरकर स्मृति के लिए दी थी, जिसका भूमिपूजन कांग्रेस नेता जगजीवनराम ने किया था और शिलान्यास कांग्रेस के नेता व राज्यपाल डॉ शंकर दयाल शर्मा ने किया था। कार्यक्रम की अध्यक्षता कांग्रेस के शरद पवार ने की थी।
0 सावरकर पर बनी सरकारी फिल्म कांग्रेस के सूचना और प्रसारण मंत्री वसंत साठे और वि_ल गाडगिल के सक्रिय सहयोग से बनी थी।
0 कांग्रेस के ही नेता वंसत साठे ने सावरकर को भारत रत्न देने की मांग भी की थी।
कहीं पे निगाहें, कहीं पर निशाना
अब सवाल यह उठता है कि आखिर राहुल गांधी वीर सावरकर पर बार-बार क्यों सवाल उठा रहे हैं। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि इसके पीछे वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य है। दरअसल भाजपा नेहरू पर सवाल उठाते रही है। राहुल हिंदुत्ववादी वीर सावरकर के बहाने भाजपा और संघ को घेरना चाहते हैं। वह यह जताना चाहते हैं कि नेहरू-गांधी के त्याग और संघर्ष के कारण ही देश को आजादी मिली है। वीर सावरकर और संघ तो अंग्रेजों से डर गए थे। इसी कारण बार-बार राहुल वीर सावरकर पर सवाल उठा रहे हैं।