नई दिल्ली। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह हाल ही में नई दिल्ली में बन रहे नए मध्यप्रदेश भवन का निर्माण कार्य को देखने पहुंचे। उन्होंने कहा कि नए भवन में प्रदेश की संस्कृति, परम्पराओं व जीवन मूल्य की झलक दिखेगी। नए भवन में महत्वपूर्ण स्थलों का दिग्दर्शन और समायोजन किया जाएगा। मप्र से इलाज के लिए आने वाले मरीजों के परिवारों के लिए आरक्षित करेंगे। सांस्कृतिक आयोजन समेत छोटे-मोटे कार्यक्रम हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली स्थित निर्माणाधीन नए मध्यप्रदेश भवन में आस्था, महापुरुष, प्राकृतिक सुंदरता, साँची, खजुराहो, मांडू, उज्जैन, ओंकारेश्वर, अमरकंटक, ओरछा सहित महत्वपूर्ण स्थलों का दिग्दर्शन और समायोजन किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि नया मध्यप्रदेश भवन बनने के बाद पुराने मध्यप्रदेश भवन के हिस्से को दिल्ली में मध्यप्रदेश से इलाज के लिए आने वाले मरीजों के परिवारजनों के लिए आरक्षित रखने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी, जिससे उन्हें दिल्ली में इलाज के दौरान रुकने की कोई समस्या न हो।
उन्होंने कहा कि मप्र महापुरूष, संत हों या क्रांतिकारी हों या अलग-अलग क्षेत्रों में योगदान देने वालों, उसका दिज्दर्शन नए मप्र के भवन में होगा, इसका प्रयास हर रहे हैं। इसके अलावा हमें मीटिंग करनी हो, बिजनेस मीट करने हों, या छोटे कार्यक्रम करने हों तो यहीं हो जाएं। इसके लिए होटल या अतिरिक्त स्थान की जरूरत न हो। जो शासकीय कार्य होते हैं, वे यहीं हो जाएं, इसके लिए प्रयास कर रहे हैं। नए भवन का निर्माण कार्य देखने के लिए मैं आए था।
दिल्ली में भी पौधा रोपना नहीं भूले, मौलश्री का पौधा लगाया
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नई दिल्ली गए तो यहां भी वे पौधा लगाना नहीं भूले। फरवरी से वे हर दिन एक पौधा लगा रहे हैं। प्रकृति को संवारने और ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए उन्होंने यह प्रण लिया है। नईदुनिया में उन्होंने मौलश्री का पौधा लगाया। माना जाता है कि मौलश्री एक सदाबहार पेड़ है, जिसके कई आयुर्वेदिक गुण हैं। इसके छाल, फल, फूल और बीज से कई परंपरागत औषधियों का निर्माण होता है और ये कई बीमारियों में प्रयोग किया जाता है।
नई दिल्ली में बन रहे नए मध्यप्रदेश भवन को देखने पहुुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
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