- कांग्रेस का आरोप, कैंट बोर्ड में 25 हजार बंगला-बगीचा एवं कंपाउंड मतदाताओं के नाम काटकर कराए जा रहे चुनाव
- हर वार्ड में जन जागरण, 6 मार्च को कैंट बोर्ड का घेराव किया जाएगा
- 6 मार्च को सदर की गलियां घूम कर राष्ट्रपति के नाम निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा जाएगा
जबलपुर। कैंट बोर्ड में आने वाले समय में चुनाव होने हैं। ऐसे में भाजपा और कांग्रेस ने अपनी-अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। हालांकि कांग्रेस का कहना है कि पहले 25 हजार बंगला बगीचा एवं कंपाउंड में रहने वाले मतदाताओं के नाम जोड़े जाएं। इसके बाद ही कैंट बोर्ड चुनाव कराए जाएं। कैंट कांग्रेस ने सदर में बैठक आयोजित कर कैंट बोर्ड के चुनाव पर रणनीति तैयार की। पूर्व कैंट बोर्ड उपाध्यक्ष अभिषेक चिंटू चौकसे ने बताया कि भारत सरकार रक्षा मंत्रालय के निर्देशानुसार 30 अप्रैल 2023 को 57 छावनी परिषदों में साधारण चुनाव की घोषणा की जा चुकी है। वे चुनाव के विरोध में नहीं हैं लेकिन बोर्ड ने 25 हजार बंगला बगीचा व कंपाउंड मतदाताओं के नाम काट दिए। हमने पहले भी मांग रखी थी कि कैंट इलेक्ट्रोल रोल में रेसिडेंस घर है, सबके पास हाउस नंबर मंजूर हैं, उसमें ऑर्डिनरी रेसिडेंस साधारण घर जोड़ना है।
3 दिन का समय देने पर जताई आपत्ति
चिंटू चौकसे ने कहा कि कैंट बोर्ड ने जिन लोगों के नाम वोटर लिस्ट में नहीं हैं, उनके नाम जोड़ने के लिए 3 दिन का समय दिया गया है। कांग्रेस ने इसका विरोध किया है क्योंकि पूर्व में 1 सप्ताह पहले दिनांक बताई जाती थी। लेकिन कैंट बोर्ड द्वारा आज ही आदेश निकाल दिया गया है कि 3 दिन के अंदर नाम जोड़े जाएं या काटे जाएं। बैठक में निर्णय हुआ है हर वार्ड में जनजागरण किया जाएगा, हर वार्ड में सभी नागरिकों को सूचित किया जाएगा कि 6 मार्च को कैंट बोर्ड का घेराव किया जाएगा। सोमवार 6 मार्च को सदर की विभिन्न गलियों में घूमकर राष्ट्रपति के नाम निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा जाएगा। बैठक में रामदास शर्मा, किरण ठाकुर, अमरचंद बावरिया, रंजीत यादव, राहुल रजक, सौरभ गौतम, संतोष विनोदिया, अभय नायडू, शिव अग्रवाल, दिलीप रजक, बच्चा मलिक आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।