श्री महाकाल का अलौकिक लोक में बनेंगे बजट होटल
उज्जैन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं उज्जैन जाने वाला हूं। वहां व्यवस्था करूंगा कि बजट होटल कैसे बनें और सामान्य परिवारों के निम्न मध्यमवर्गीय परिवारों के श्रद्धालु भी श्री महाकाल महाराज का श्री महाकाल लोक देख पाएं। श्री महाकाल लोक के कारण उज्जैन में आर्थिक गतिविधियां बढ़ गई हैं।
शिक्षा नगरी, संस्कृत नगरी और अब अध्यात्म नगरी
उज्जैन नगर का इतिहास समृद्ध रहा है। उज्जैन के कण-कण में देवों का वास है और यहां महाकुंभ भी होता है। यह गुरु सांदीपनी की शिक्षा नगरी, महाकवि कालिदास की संस्कृत नगरी, सम्राट विक्रमादित्य की संवत नगरी और राजा भर्तहरि की साधना नगरी रही है। महाकाल के महालोक ने उज्जैन को आध्यात्मिक नगरी बना दिया है। देखें उज्जैन का इतिहास।
देश के हृदय स्थल में है मप्र
मप्र का निर्माण 1 नवंबर 1956 को हुआ था। यहां सबसे ज्यादा वन हैं, तो बांधवगढ़, कान्हा, पन्ना, पेंच टाइगर रिजर्व हैं। यहां हीरा और तांबा प्रचुर मात्रा में मिलता है। कूनो नेशनल पार्क में अब चीता भी आ गए हैं। मां नर्मदा नदी जीवनदायिनी है, तो बाबा महाकाल की नगरी में महालोक का निर्माण भी हो चुका है।