- 14 मार्च को भोपाल में अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान करेंगे सभा
- आप की छत्तीसगढ़ पर भी नजर, मप्र में गांव-गांव तक जड़ें फैलाने की कवायद
भोपाल। आम आदमी पार्टी पंजाब में मिली जीत को अन्य प्रदेशों में भी दोहराना चाहती है। भले ही दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में हैं, लेकिन आप ने हौसला नहीं खोया है। उसे लगता है कि अरविंद केजरीवाल की स्वच्छ और भ्रष्टाचार विरोधी छवि के बूते वह अन्य राज्यों में तीसरी शक्ति बन सकती है। अब आप मध्यप्रदेश में भी चुनावी बिगुल फूंकने की तैयारी में है। 14 मार्च को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान आएंगे और विधानसभा चुनाव का शंखनाद करेंगे।
मार्च के अंत तक संगठन की घोषणा
आप के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री संदीप पाठक का कहना है कि चुनावी सभा के बाद मार्च के अंत मप्र में आम आदमी पार्टी के संगठन की घोषणा हो जाएगी। मई के अंत तक संगठन को गांव- गांव तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली, पंजाब और गुजरात के चुनावी नतीजों से भाजपा बौखलाई हुई है। इसी बौखलाहट के चलते ही दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया को जेल भेजा गया है। उनका कहना है कि अदालत में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
मप्र की सभी सीटों पर ताल ठोकेगी आप
उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी मध्यप्रदेश में सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। मप्र की जनता ने कांग्रेस और भाजपा को कई मौके दिए, लेकिन दोनों दलों ने जनता को धोखा ही दिया है। जनता ईमानदार सरकार और पार्टी चाहती है, इसलिए अरविंद केजरीवाल को मौका देने जा रही है। उन्होंने ईडी के कानूनों पर कहा कि बिना जमानत के लंबे समय तक जेल में नहीं रखा जा सकता है।
पंजाब की तर्ज पर उपस्थिति दिखाना चाहती है आप
आम आदमी पार्टी को भी अच्छे से पता है कि परिवर्तन इतनी जल्दी नहीं आएगा। मप्र में वह इस बार चुनाव लड़कर तीसरा विकल्प बनना चाहती है। इससे पहले भी आप ने महापौर के उम्मीदवार खड़े किए थे, लेकिन सिंगरौली को छोड़कर कहीं भी आप को जीत नसीब नहीं हुई। ऐसे में आप अगले चुनाव को ध्यान में रखकर अपनी उपस्थिति पंजाब की तर्ज पर दिखाना चाहती है।