अरुण यादव ने पूछा-भाजपा को अब क्यों याद आ रहे बिरसा मुंडा और टंट्या भील
जबलपुर। संस्कारधानी जबलपुर पहुंचे कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा कि कांग्रेस राम मंदिर बनाने के नाम पर चंदा देने का काम करती है,और भाजपा राम मंदिर के नाम पर चंदा लेकर खाने का काम करती है। अल्प प्रवास पर पहुंचे अरुण यादव ने रामधुन पर चढ़े प्रदेश के सियासी पारे पर भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि रामधुन का ठेका भाजपा के पास नहीं है। राम सबके है सब राम के है, क्योंकि कांग्रेस राम मंदिर बनाने के नाम पर चंदा देने का काम करती है,और भाजपा राम मंदिर के नाम पर चंदा लेकर खाने का काम करती है। अरुण यादव ने आदिवासियों को अपना हितैषी बता रही बीजेपी पर बिरसा मुंडा जंयती पर जनजातीय गौरव दिवस और टांट्या भील जयंती पर कार्यक्रम करने पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने आदिवासियों के उत्थान के लिए जमीनी स्तर पर काम करने का काम किया है। केंद्र में जब यूपीए की सरकार रही तब आदिवासियों के हितों के लिए कई योजनाएं बनाई गई, लेकिन उस वक्त मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी और यूपीए की उन योजनाओं का फायदा उठाकर बीजेपी ने आदिवासियों को रिझाने का काम किया है। उन्होंने पूछा कि जब चुनाव आ रहे हैं तब भाजपा को ये जननायक क्यों याद आ रहे हैं।
उत्तरप्रदेश के बाद मध्यप्रदेश में शुरू हुई नाम बदलने की राजनीति पर कहा कि नाम बदलने से कुछ नहीं होगा। सरकार को चाहिए कि वह काम करें,और लोगों को अपने काम करने का एजेंडा बताए। वहीं लगातार कांग्रेस छोडक़र जा रहे नेताओ को बिकाऊ बताते हुए कहा कि जो और जाना चाहते है वह जा सकते है,क्योंकि जो टिकाऊ है वह कांग्रेस में है और जो बिकाऊ है वह भाजपा में जा रहा है। जब उनसे पूछा गया कि आपने खंडवा लोकसभा उपचुनाव से नाम क्यों वापस ले लिया, तो उन्होंने कहा कि ये अब पुरानी बात हो चुकी है।