- शिवराज ने कहा-कमलनाथ ने सवा साल कमीशन की सरकार चलाई, फिर आसमान के तारे तोड़कर लाने की बात कर रहे
- कमलनाथ बोले-मध्य प्रदेश की जनता की ओर से मैं 11वां सवाल पूछता हूं, हिम्मत हो तो जवाब दीजिए
भोपाल। जब तरकशों से तीर निकलने लगें, भाषा तीखी हो जाए और मीडिया और ट्विटर की चिड़िया तेजी से उड़ने लगे, तो समझिए कि चुनाव आ गए हैं। मध्य प्रदेश में इसी साल नवंबर-दिसंबर में चुनाव होने हैं। ऐसे में भाजपा और कांग्रेस के नेता गलियों की खाक छान रहे हैं। प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान सवालों की बौछार कर रहे हैं, तो पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी पीछे नहीं हैं। वे तीखे प्रश्न पूछ रहे हैं, तो लानत-मलानत भी कर रहे हैं। इस बीच यात्राओं और रैलियों का दौर भी जारी है, जिससे प्रदेश का सियासी माहौल भी गरमाया हुआ है।
शिवराज सिंह चौहान ने यह कहा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से कहा कि कमलनाथ ने सवा साल कमीशन की सरकार चलाई। उनकी सरकार झूठ की बुनियाद पर खड़ी थी, अब फिर आसमान के तारे तोड़कर लाने की बात कर रहे हैं। शिवराज ने कहा कि कांग्रेस ने अपने वचनपत्र में उन्होंने कहा था कि मिट्टी व बीज परीक्षण की निःशुल्क सुविधा देंगे। सिंचाई साधनों की अनुदान राशि बढ़ाई जाएगी। क्यों पूरा नहीं किया? शिवराज ने कहा कि दिल बहलाने को ’ग़ालिब’ ये ख़याल अच्छा है…। कांग्रेस का कोई धनी-धोरी प्रदेश क्या देश में ही नहीं है। उनके नेता कह रहे हैं कि अभी मुख्यमंत्री का चेहरा तय नहीं है। जनता कह रही है कि कांग्रेस की सरकार नहीं आनी है। कमलनाथ खिसियानी बिल्ली की तरह खंभा नोंच रहे हैं। सीएम ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने संबल योजना, पीएम स्वनिधि योजना, गाँव की बेटी योजना सहित अन्य योजनाओं को मिलाकर 14 हजार 500 करोड़ रुपये अनुसूचित जाति के लोगों तक पहुँचाए। आजीविका मिशन की 5 लाख 18 हजार बहनों को 99 करोड़ 54 लाख रुपये हमने दिए।
कमलनाथ ने शायराना अंदाज में यह कहा
“दो न होयं एक संग भुवालू… हंसब ठठाय फुलायिब गालू।“ शिवराज जी, हंसना और गाल फुलाना, दोनों एक साथ नहीं हो सकते। इसी तरह सत्ता और विपक्ष में बैठना भी एक साथ नहीं हो सकता। सौदेबाजी से आप मुख्यमंत्री तो बन गए, लेकिन पद की गरिमा नहीं समझ पाए। कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सिंह किसी सवाल का जवाब नहीं दे रहे हैं। मध्य प्रदेश की जनता की ओर से मैं 11वां सवाल पूछता हूं। हिम्मत हो तो जवाब दीजिए। आपने “हर हाथ, एक काज योजना’ के तहत प्रदेश के हर परिवार के एक बेरोजगार व्यक्ति की आय सुनिश्चित करने का वादा किया था। आपने यह वादा क्यों नहीं निभाया और क्यों मध्य प्रदेश में आज 30 लाख से ज्यादा पंजीकृत बेरोजगार हैं? शिवराज चौहान सवालों से भागकर आप मध्य प्रदेश की जनता की निगाह में एक भगोड़े मुख्यमंत्री बनते जा रहे हैं। आप भाजपा की वह स्थिति कर देना चाहते हैं जिसे कहते हैं-हम तो डूबेंगे सनम, तुम्हें भी ले डूबेंगे। अगर आंख का पानी बचा हो तो जनता के सवाल का जवाब दीजिए। आपने वादा किया था कि हर जाति के सीमांत और लघु किसान को सूरजधरा और अन्नपूर्णा योजना में शामिल करके रियायती दरों पर उच्च गुणवत्ता के बीज उपलब्ध कराए जाएंगे। आपने सबको तो जोड़ा नहीं बल्कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के जिन किसानों को पहले से इस योजना का लाभ मिलता था, उनको भी लाभ से वंचित कर दिया। है कोई जवाब आपके पास?