वर्देश्वर महादेव मंदिर में गंजेडिय़ों के खिलाफ लोगों में आक्रोश, कहा-नशेडिय़ों को बर्दाश्त नहीं करेंगे

महाशिवरात्रि के पर्व पर भगवान भोलेनाथ की आराधना वरदेश्वर महादेव मंदिर में सुबह से ही प्रारंभ हो गई थी। अभिषेक, पूजन भंडारा के बाद शाम के समय जगतगुरु राघव देवाचार्य महाराज जी भी महाआरती में पहुंचे। उन्होंने भगवान भोलेनाथ की महाआरती की। मंदिर में महाराज जी के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। जगद्गुरु राघव देवाचार्य जी महाराज का पंडित राममूर्ति मिश्रा ने स्वागत किया। उनके साथ तमाम भक्त मौजूद थे जो लगातार महाराज जी के दर्शन का लाभ प्राप्त कर रहे थे। महाराज जी ने मंदिर के संबंध में और भगवान भोलेनाथ की महिमा के बारे में अपने मुखारविंद से भक्तों को प्रवचन भी दिए। महाशिवरात्रि के पर्व पर जब जगद्गुरु राघव देवाचार्य जी महाराज ने यहां मंदिर में सेवा कर रहे सेवादारों को आशीर्वाद दिया तो भक्त भी प्रफुल्लित हो गए। एक बेहद सकारात्मक वातावरण यहां पर नजर आया। जगतगुरु के आशीर्वाद से सभी के मन प्रफुल्लित थे और एक सापेक्ष पक्ष मंदिर में नजर आया।
700 साल पुराने वरदेश्वर महादेव मंदिर शाह नाला बरगी हिल्स में महाशिवरात्रि के पर्व पर भक्ति की गंगा का प्रवाह हुआ। यहां पर सुबह से ही भक्तों की भीड़ लगी हुई थी। महादेव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए भक्त पहुंचे। महाशिवरात्रि का पर्व था और भोलेनाथ की कृपा के लिए सभी उनके दरबार में पहुंचे। वरदेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व की तैयारी के लिए बीजेपी के वरिष्ठ नेता शिवभक्त पंडित राममूर्ति मिश्रा पिछले 3 दिनों से जुटे रहे और उनकी यह तपस्या सफल भी हुई, जब मंदिर में सुबह से ही भक्तों की कतार लग चुकी थी। भक्त यहां पर लगातार भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद ले रहे थे। भंडारे का आयोजन भी यहां पर किया गया जिसमें भक्त प्रसाद ग्रहण कर रहे थे। रात्रि कालीन महा आरती का आयोजन भी यहां पर भक्तों के द्वारा किया गया, जिसमें गुरु राघव देवाचार्य जी महाराज पहुंचे और भव्य आरती की। उनके साथ बीजेपी के वरिष्ठ नेता पंडित राममूर्ति मिश्रा भी मौजूद रहे। मंदिर खचाखच भक्तों की भीड़ से भर चुका था। हाल यह था कि मंदिर के अंदर और मंदिर के बाहर सैकड़ों की भीड़ मौजूद थी। बाहर भजन संध्या का भी आयोजन हो रहा था। पंडित राममूर्ति मिश्रा एवं भक्तों ने जगतगुरु राघव देवाचार्य जी का आशीर्वाद लिया। प्रसाद का वितरण राघव देवाचार्य जी लगातार यहां पर कर रहे थे और भक्तों को आशीर्वाद दे रहे थे। इस मंदिर की आधार संरचना में सहयोग करने वाले भक्तों को भी पंडित राममूर्ति मिश्रा सदैव याद रखते हैं। लिहाजा यहां पर मंदिर के सेवादार शाह नाला के निवासियों का शॉल और श्रीफल देकर गुरु राघव देवाचार्य महाराज और पंडित राममूर्ति मिश्रा ने सम्मान किया। इस कार्यक्रम में भजन संध्या का भी आयोजन किया गया जिसमें भगवान भोलेनाथ के भजनों की शानदार प्रस्तुति दी गई। भजन का आनंद लेने के लिए पंडित राममूर्ति मिश्रा और भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष पांडे भी मौजूद रहे, जो लगातार भक्तों का उत्साह बढ़ा रहे थे और ताली बजाकर भजनों का आनंद प्राप्त कर रहे थे। सेवादारों का सम्मान करने के पश्चात इस मंदिर की आधारभूत संरचना और पिछले कुछ वक्त में उपजे विवाद के बारे में भी पंडित राममूर्ति मिश्रा ने ओजस्वी तरीके से अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि किस तरह से विधर्मी यहां के माहौल को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि भगवान भोलेनाथ की प्रेरणा से मैं यहां पर आया हूं। विधर्मी यहां पर असामाजिक गतिविधियों में लीन हो गए थे, जिनको अलग करने के लिए मैंने प्रयास किया। आज भक्तों की भीड़ लगी हुई है और भक्त भी यही चाहते हैं कि यहां पर अनैतिक गतिविधियां ना हों। पंडित राममूर्ति मिश्रा ने यहां पर मौजूद भक्तों से भी पूछा क्या आप यहां पर गंजेडिय़ों को बैठने देंगे। भक्तों ने कहा, नहीं बिल्कुल नहीं। हम नशेडिय़ों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। यहां पर नशेडिय़ों के खिलाफ लोगों का आक्रोश देखा गया। पंडित राममूर्ति मिश्रा ने अपने वक्तव्य में इस मंदिर की महिमा और अपने आध्यात्मिक चिंतन के बारे में बताया। गुरुदेव राघव देवाचार्य महाराज ने भी उनके वचनों पर सहमति जताई।
गोंडवाना कालीन 700 साल पुराने मंदिर पर विवाद उत्पन्न हो गया था। विवाद धर्म और अधर्म को लेकर था, नीति और अनीति को लेकर था। लेकिन इस विवाद का अब खात्मा हो गया है क्योंकि भक्त जो चाहते हैं, वही भगवान को भी मंजूर होता है। गांजे का नशा करने वाले उत्तम चंद जैन कथित नागा साधु राजेश पुरी और शिशिन उपाध्याय ने शिवभक्त पंडित राममूर्ति मिश्रा पर रामायण पर विराम लगाने, मंदिर के बाहर बने कुएं को पुरवाने के आरोप लगाए थे और एक वीडियो भी तथाकथित रूप से वायरल करके छवि खराब करने की कोशिश की गई थी। इन तमाम वीडियो के बाद अपने आपको नागा बाबा कहने वाले राजेश पुरी का वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें वह गांजे का सेवन करते नजर आया था, और उसके तथाकथित भक्त भी उस वक्त मौजूद थे। इस वीडियो के आने के बाद धीरे-धीरे उसके खिलाफ जनता आक्रोश फैल रहा था। आसपास के लोग कतई भी यह स्वीकार नहीं कर पा रहे थे कि मंदिर में इस तरह का कृत्य हो। आखिरकार जनता और शिव भक्त पंडित राममूर्ति मिश्रा के विचार एक हुए और महाशिवरात्रि के पर्व पर भक्तों की उमड़ती भीड़ ने भगवान भोलेनाथ की आराधना भी की और राघवाचार्य महाराज जी के सामने साफ कर दिया कि यहां पर नशेडि़ओं को नहीं बैठने दिया जाएगा। जाहिर सी बात है शिवरात्रि के पर्व पर एक बड़ा संदेश गया है और आने वाले दिनों में यहां पर और भी अब भव्य कार्यक्रम आयोजित होंगे, क्योंकि अब जो विधर्मी है वह धीरे-धीरे यहां से भागने लगे हैं और शांति की स्थापना यहां पर हो गई है। हर-हर महादेव। ब्यूरो रिपोर्ट हिट वॉइस।

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