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1 पैकेट खाना और 200 रूपये नहीं है गरीब की जान की कीमत..!

  • सीधी हादसे में मृतकों के परिजनों को मिले 50 लाख का मुआवजा
  • परिजनों को सरकारी नौकरी दे प्रदेश सरकार, कोल समाज सम्मेलन में गये 14 लोगों की मौत पर मध्य प्रदेश कोल समाज सेवा संघ ने की मांग

जबलपुर। सतना में कोल समाज के महाकुंभ में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आए थे। लेकिन शाम को कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों की बस पलटने के कारण दर्दनाक मौत हो गई। इस हादसे में 14 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। जबकि करीब 40-50 लोग घायल हैं। कोल समाज सेवा संघ मध्य प्रदेश की प्रदेश संयोजक एवं बसपा नेता आशा गोटिया ने कहा कि केंद्रीय ग्रह मंत्री और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की जानकारी में होते हुए भी घटना में पीड़ितों को मुआवजा राशि घोषित नहीं हुई, जबकि अब तक 50 लाख मृतक परिवारों को एवं सरकारी नौकरी देने सहित घटना में घायल लोगों को उनके हालात के हिसाब से 1 से 10 लाख रूपए तक दिये जाने चाहिए।
आशा गोटिया ने समाज के प्रति सरकार के इस तरह के रवैए की निंदा करते हुए कहा की एक पैकेट खाना और 200 रूपये नहीं है गरीब की जान की कीमत। समाज के प्रति सरकार रूख स्पष्ट करे। इससे पहले भी शहडोल में हुये सम्मेलन में जा रहे सिहोरा खुडावल के युवक की मौत हुई थी और उसके परिवार को कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा की इस मामले में हमारा समाज एवं बहुजन समाज पार्टी का प्रतिनिधिमंडल 28 फरवरी को राज्यपाल के नाम पत्र देकर समाज के पीड़ित परिवारों के हक की मांग करेगा।
सरकार ने इतना दिया मुआवजा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया को बताया कि इस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में जो साथी नहीं रहे, उनके परिजनों को 10 लाख रूपए की राहत राशि दी जाएगी। दिवंगत व्यक्तियों के आश्रित परिजनों को योग्यतानुसार शासकीय सेवा में लिया जाएगा। गंभीर घायलों को 2 लाख रूपए और सामान्य घायलों को 1 लाख रूपए की सहायता देने की व्यवस्था हम करेंगे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि दिवंगत व्यक्तियों के परिवार की पूरी चिंता की जाएगी। संकट की इस घड़ी में हम पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं।

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