दिल्ली। हम सभी के घर में मंदिर या पूजाघर तो होता ही है। लेकिन कभी-कभी हम वे उपाय नहीं कर पाते, जो बेहद जरूरी होते हैं। इसके कारण घर के सदस्यों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर घर या कार्यस्थल बना हो तो घर में मां लक्ष्मी का सदैव वास रहता है। घर का मंदिर वास्तु शास्त्र के अनुसार ईशान कोण में होना चाहिए। ईशान कोण देवी-देवताओं की दिशा मानी जाती है और इसी दिशा से शुभ फल की प्राप्ति होती है। मंदिर में ओम, स्वास्तिक, श्री और कलश बनाने के कई लाभ मिलते हैं। मां लक्ष्मी भी प्रसन्न रहती हैं। हम आपको बताते हैं कि घर के पूजा स्थल पर किन चिन्ह के होने से फायदे मिलते हैं।
-घर के मंदिर और मुख्य द्वार के दोनों और हल्दी से स्वास्तिक का चिह्न बनाना चाहिए और नीचे शुभ लाभ लिखना चाहिए। ऐसा करने से घर में सुख- समृद्धि का वास रहेगा। वास्तु दोष से भी मुक्ति मिल सकती है। मां लक्ष्मी का आशीर्वाद सदैव बना रहता है।
करें ये उपाय
- मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए मंदिर में सिंदूर या केसर से श्री का चिन्ह बनाना चाहिए। श्री का चिन्ह मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। इसको बनाने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। परिवार के सदस्यों में हमेशा प्रेम बना रहता है और सभी की तरक्की भी होती है।
- पारिवारिक जीवन में समस्या चल रही हों तो केसर या चंदन से बनाए गए ओम चिह्न बनाना चाहिए। इससे भगवान शिव का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है। क्योंकि ओम का चिन्ह भगवान शिव का सूचक है। घर में कभी धन- धान्य की कमी नहीं रहती है।
- सुख-समृद्धि के लिए घर के पूजा स्थल पर सिंदूर से मंगल कलश का चिन्ह जरूर बनाएं। ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। धन की आवक भी बनी रहती है। वैवाहिक जीवन में खुशियां बनी रहती हैं और वास्तु दोष से भी मुक्ति मिल सकती है।