- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे का आगे कर ही चुनाव लड़ा जाएगा
- डॉ. रमन सिंह राष्ट्रीय को उपाध्यक्ष बनाकर पार्टी ने संकेत दे दिए हैं
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य भाजपा के लिए इस समय कठिन चुनौती बना हुआ है। कारण वहां प्रदेश में नेतृत्व की कमी है। करीब 15 साल तक मुख्यमंत्री रहे डॉ. रमन सिंह अब नेपथ्य में जा चुके हैं। पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाकर संकेत दे दिए हैं कि अब उनका युग खत्म हो चुका है। यानि भाजपा को प्रदेश में नया नेतृत्व खड़ा करना होगा। हालांकि फिलहाल भाजपा की रणनीति यह है कि सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाए। मुख्य चेहरा तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही होंगे। उनके चेहरे का आगे कर ही चुनाव लड़ा जाएगा। अगर जीते तो किसी युवा चेहरे को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। लेकिन यह इतना आसान है नहीं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने पांव मजबूती से जमा चुके हैं। कई योजनाएं हैं जो उनकी वैतरणी पार लगा सकती हैं। बहरहाल साल के अंत में चुनाव होंगे तो दोनों पार्टियों की कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी।
कठिन है डगर, मगर जाना है पार
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की तैयारी में भाजपा पूरी तरह से जुट चुकी है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा कल बस्तर आ रहे हैं। वहीं विधानसभा चुनाव की तैयारी बीजेपी ने पूरी कर ली है और नड्डा के दौरे में रणनीति भी बनाई जाएगी कि प्रदेश सरकार को कैसे घेरा जाए। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि मिशन 2023 के लिए जेपी नड्डा बस्तर से चुनावी बिगुल फूकेंगे। आरक्षण के मुद्दे पर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में संवैधानिक ब्रेक डाउन हो गया है। सरकार युवाओं का भविष्य खराब करने का काम कर रही है।
कांग्रेस में गुटबाजी
कांग्रेस में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की फिलहाल तूती बोल रही है। लेकिन उनके सहयोगी टीएस सिंहदेव भी वेट एंड वॉच की भूमिका में हैं। ऐसे में जब चुनाव आएंगे तो दोनों की टक्कर होती है या समझौता होता है, यह देखने वाली बात होगी। हालांकि आलाकमान का आशीर्वाद तो सीएम भूपेश बघेल के साथ ही नजर आ रहा है।