- आंदोलनकारियों का अल्टीमेटम, सिहोरा जिला वर्ना नहीं तो वोट नहीं
जबलपुर। सिहोरा को जिला बनाने की मुहिम अब से नहीं, बल्कि सालों से चल रही है। कांग्रेस के शासनकाल से लेकर बीजेपी के शासन तक यह मांग उठी। आश्वासन मिले, ऐलान हुआ लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात वाला ही रहा। लेकिन अब यहां के लोगों ने कमर कस ली है। इसी का नतीजा है कि लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति का 70वां आंदोलन भी हो चुका है। रविवार को नगर के प्रत्येक समाज के सामाजिक संगठनों एवं प्रबुद्ध जनों को धरना स्थल पर ही बैठक के लिए आमंत्रित कर सिहोरा को जिला बनाने की एक व्यापक रणनीति पर चर्चा की। 2 घंटे तक चली इस बैठक के बाद घोषणा हुई कि 9 अप्रैल 2023 को सिहोरा मझौली, ढीमरखेड़ा, सिलोंडी, बचैया, खमतरा, बहोरीबंद के समस्त नागरिकों के साथ एक विशाल आंदोलन सिहोरा में किया जाएगा। इससे पूर्व प्रत्येक ग्राम एवं प्रत्येक विकासखंड स्तर पर आंदोलन की घोषणा भी की गई है। समिति ने जिला न बनने पर जिला नहीं तो वोट नहीं अभियान का भी ऐलान कर दिया है।
ऐसा होगा चरणबद्ध आंदोलन
-मझौली से सिहोरा ग्राम पदयात्रा 12 फरवरी।
-बाकल से सिहोरा ग्राम पदयात्रा 19 फरवरी।
-5 फरवरी से 25 फरवरी तक सिहोरा की समस्त 60 ग्राम पंचायतों में भ्रमण
-26 फरवरी को संपूर्ण सिहोरा विकासखंड के सरपंच ,जनपद सदस्य, और जिला पंचायत सदस्यों का एक विशाल सम्मेलन सिहोरा में
-स्लीमनाबाद में आमसभा 5 मार्च, बचैया में आमसभा 12 मार्च व खमतरा में सभा 19 मार्च।
-9 अप्रैल को संपूर्ण सिहोरा, मझौली, ढीमरखेड़ा और बहोरीबंद की जनता के साथ सिहोरा में महारैली।
जिला नहीं तो वोट नहीं अभियान
समिति ने चेतावनी दी है कि इसके बाद भी यदि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा सिहोरा जिला मुद्दे पर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया तो 10 अप्रैल 2023 से घर-घर दस्तक देकर जिला नहीं तो वोट नहीं अभियान व्यापक रूप में चलाया जाएगा। धरना स्थल पर समिति के सिलोंडी से मनमोहन राय, गणेश पटेल, रामनरेश यादव, ललित मिश्रा, सियोल जैन, मानस तिवारी, रामजी शुक्ला, अनिल जैन, नागेन्द्र क़ुररिया, रामलाल साहू, कृष्ण कुमार क़ुररिया, नत्थू पटेल, विकास दुबे, सुशील जैन, अनिल क़ुररिया, अजय कुमार, गुड्डू कटैहा, गौरीहर राजें सहित अनेक नगरवासी मौजूद रहे।
मझगवां और गांधीग्राम भी नगर पंचायत बने
लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति ने एक बार फिर मझगवां और गांधीग्राम के नगरपंचायत बनाने की मांग दोहराई। समिति ने मझगवां के नागरिकों द्वारा इसकी पहल किये जाने को पूर्ण समर्थन दिया। समिति ने गांधीग्राम के वाशिन्दों को भी आगे आने की अपील की।