Homeताजा ख़बरTIGER से लड़कर बच गया.. लेकिन सिस्टम ने जीते जी मार दिया..!

TIGER से लड़कर बच गया.. लेकिन सिस्टम ने जीते जी मार दिया..!

अस्पताल में बातचीत कर रहा था संतोष VIDEO-

  • गवला गांव के किसान संतोष पिता रमेश भास्करे पर टाइगर ने हमला कर दिया था
  • संतोष के उपचार में लापरवाही बरती गई, उसे सही उपचार नहीं दिया गया
  • टाइगर से भिडं़त होने के बाद भी संतोष अस्पताल में बातचीत कर रहा था

खंडवा। खंडवा जिले की पंधाना विधानसभा और खरगोन जिले की भीकनगांव विधानसभा क्षेत्र में कई दिनों से एक टाइगर का खौफ है और वह यहां लोगों को दिख रहा है। सूचना के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची लेकिन, इसी दौरान गवला गांव के किसान संतोष पिता रमेश भास्करे पर टाइगर ने हमला कर दिया था। रमेश को पहले पंधाना के अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया और फिर खंडवा लाया गया।

इंदौर रेफर किया गया लेकिन बीच में ही दम तोड़ दिया

जहां एक दिन उपचार के बाद उसे इंदौर के अस्पताल रेफर किया गया था। लेकिन, खंडवा और सनावद के बीच में ही संतोष की तबीयत बिगड़ी और उसने दम तोड़ दिया। उसके शव को वापस खंडवा लाया गया और यहां उसका पोस्टमार्टम किया गया। परिजनों ने खंडवा जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के प्रबंधन पर आरोप लगाए हैं कि संतोष के उपचार में लापरवाही बरती गई, उसे सही उपचार नहीं दिया गया। जबकि बाघ से भिड़ंत के बाद भी संतोष अस्पताल में बातचीत कर रहा था।
विधायक ने परिजन को सांत्वना दी, सरकार से आर्थिक मदद दिलाने की बात कही
अस्पताल पहुंचे पंधाना विधायक राम दांगोरे ने परिजन को सांत्वना दी और सरकार से आर्थिक मदद दिलाने की बात कही। इसके बाद उन्होंने एक पत्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखा। इस पत्र के जवाब में मुख्यमंत्री कार्यालय से जानकारी दी गई है कि मृतक संतोष के परिजन को 8 लाख रूपए की सहायता सरकार की ओर से दी जाएगी। विधायक राम दांगोरे का कहना है कि इलाज में लापरवाही करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कराएंगे।

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