- उज्जैन में चल रहे विक्रमोत्सव के तहत हो रही रामकथा, भाजपा नेता भी थे मौजूद
उज्जैन। कभी आम आदमी पार्टी के नेता और अन्ना के करीबी रहे कवि कुमार विश्वास किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। हालांकि अब वे राजनीति से नमस्ते करते हुए रामकथा का वाचन कर रहे हैं। उज्जैन में चल रहे विक्रमोत्सव-2023 में भी उन्हें बुलाया गया है। भाजपा नेता भी इस रामकथा में शिरकत कर रहे हैं। यहां तक तो सब ठीक था, लेकिन कुमार विश्वास का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे वामपंथियों को कुपढ़ और आरएसएस से जुड़े लोगों को अनपढ़ बता रहे हैं। भाजपा शासित राज्य में इस तरह के बयान से बवाल खड़ा होना लाजिमी था। हिंदू संगठनों ने उनसे माफी मांगने की मांग की है। उनका कहना है कि कथा वाचकों को कथा सुनानी चाहिए, न कि राजनीति करनी चाहिए। बहरहाल अब देखना होगा कि कुमार विश्वास इस पर क्या सफाई देते हें।
संघी-मंत्री-संत्री सबने किया स्वागत
रामकथा के दौरान उच्च शिक्षा मंत्री डा मोहन यादव, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक पारस जैन, महापौर मुकेश टटवाल सहित संघ से जुड़े कुछ लोग भी मौजूद थे। भाजपा नेताओं ने कुमार विश्वास का स्वागत किया था। लेकिन जैसे ही वीडियो वायरल हुआ तो भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसौदिया ने कुमार विश्वास को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि कथा वाचकों को कथा सुनानी चाहिए, न कि राजनीति करते हुए प्रमाण पत्र नहीं बांटने चाहिए।
यह बोले कुमार विश्वास
उन्होंने एक प्रसंग बताते हुए कहा कि 3-4 साल पहले बजट आने वाला था। तब उनके पास एक बच्चा आकर पूछता है कि बजट कैसा आना चाहिए। वह आरएसएस यानी स्वयंसेवक संघ के लिए काम करता है। कुमार विश्वास ने कहा कि आप लोगों ने रामराज्य की सरकार बनाई है तो रामराज्य वाला बजट आना चाहिए। इस पर बच्चे ने कहा कि रामराज्य में बजट कहां होता था। तब कुमार विश्वास ने कहा कि तुम्हारी यही समस्या है कि वामपंथी तो कुपढ़ हैं और तुम अनपढ़। कुमार विश्वास का कहना था कि वामपंथियों ने जो पढ़ा, वह गलत पढ़ा है, इसलिए वह धर्म की गलत व्याख्या करते हैं और एक आप लोग हो, जिन्होंने पढ़ा ही नहीं और वेद के बारे में बात करते हो। भाई पढ़ भी लिया करो।