Homeताजा ख़बरराहुल के सवाल, मोदी के जवाब.. चुनाव तक ऐसे ही चलेगा वार-पलटवार

राहुल के सवाल, मोदी के जवाब.. चुनाव तक ऐसे ही चलेगा वार-पलटवार

  • लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डेढ़ घंटे भाषण दिया और शायराना अंदाज में प्रहार पर प्रहार किए

नई दिल्ली। कांग्रेस के लिए हिंडनबर्ग की रिपोर्ट वरदान बनकर आई है। इसी के बहाने वे भाजपा को घेरने में लगे हैं। प्रयास यह है कि भाजपा को भ्रष्टाचारी पार्टी बताया जाए, मोदी की छवि बिगाड़ी जाए और उन्हें पूजीपतियों का हितैषी बताया जाए। बहरहाल भारत जोड़ो यात्रा पूरी कर चुके राहुल गांधी संसद में आकर मोदी और भाजपा पर जमकर बरसे और अडानी से दोस्ती का हवाला दिया और जो-जो आरोप लगाने थे, वे सब लगा दिए। अब बारी मोदी की थी, तो उन्होंने भी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव में राहुल और कांग्रेस का नाम लिए बिने चुन-चुनकर जवाब दिए, शायरियां पढ़ीं और चुटीले-आक्रामक अंदाज में अपनी बात जनता के सामने रखी। चूंकि अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में तय है कि यह जंग अभी सड़क से लेकर संसद तक चलती रहेगी। कांग्रेस का प्रयास होगा कि इसका सियासी फायदा उठाया जाए, तो भाजपा भी कांग्रेस की हर चाल को बोथरा साबित करने में माहिर मानी जाती है।
विपक्ष पर शायराना अंदाज में प्रहार
लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डेढ़ घंटे भाषण दिया और सरकार की योजनाओं का बखान किया और विपक्ष पर शायराना अंदाज में प्रहार पर प्रहार किए। उन्होंने कहा कि मैं देख रहा था। कुछ लोगों के भाषण के बाद पूरा ईकोसिस्टम, समर्थक उछल रहे थे। खुश होकर कहने लगे, ये हुई न बात। बग शायद नींद भी अच्छी आई होगी, शायद आज उठ भी नहीं पाए होंगे। ऐसे लोगों के लिए कहा गया है-ये कह-कह कर हम दिल को बहला रहे हैं, वो अब चल चुके हैं,वो अब आ रहे हैं। मोदी ने कहा कि इन जैसों के लिए कवि दुष्यंत कुमार ने बहुत अच्छी बात कही है-तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल यह है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं…। मोदी ने कहा कि बिना सिर-पैर की बातें करने के आदि होने के कारण इनको यह भी याद नहीं रहता कि पहले क्या कहा था।
गालियों में गुजारे 9 साल
मोदी ने राहुल का नाम लिए बिना कहा कि इन्होंने 9 साल आलोचना करने और आरोप लगाने में गंवा दिए। चुनाव हार जाओ तो ईवीएम को गाली दो, चुनाव आयोग को गाली दो… कोर्ट में फैसला पक्ष में नहीं आया तो सुप्रीम कोर्ट की आलोचना करो, भ्रष्टाचार की जांच हो रही हो तो जांच एजेंसियों को गाली दो, सेना अपना पराक्रम दिखाए तो सेना को गाली… सेना पर आरोप लगा दो। सदन में हंसी-मजाक, टीका-टिप्पणी, नोंक-झोंक होती रहती है, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि आज राष्ट्र के रूप में गौरवपूर्ण अवसर हमारे सामने खड़े हैं। गौरव के क्षण हम जी रहे हैं।
उन्होंने कहा कि काका हाथरसी ने कहा था-आगा-पीछा देख कर, क्यों होते गमगीन, जैसी जिसकी भावना वैसा दिखे सीन…।

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