भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल आए तो उन्होंने देश की 11वीं और मध्यप्रदेश की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह ट्रेन मप्र के लिए किसी सौगात से कम नहीं है। इससे दिल्ली के सफर में लगने वाले समय की बचत होगी। ट्रेन में सफर कर रहे बच्चों से भी पीएम ने बात की। इन बच्चों का सिलेक्शन निबंध प्रतियोगिता के बाद हुआ है। ट्रेन रानी कमलापति स्टेशन से हजरत निजामुद्दीन स्टेशन के बीच चलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये ट्रेन गुलामी की मानसिकता से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते हुए भारत का प्रतीक है। हमने रेलवे के बजट को बढ़ाया है। मध्यप्रदेश के लिए इस बार 13 हजार करोड़ से ज्यादा का रेल बजट है। 2014 से पहले यह 600 करोड़ रुपए था। पीएम ने इससे पहले इंदौर में बावड़ी धंसने की घटना पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि मृतकों को श्रद्धांजलि और परिवारों से संवेदना व्यक्त करता हूं।
पहले रेलवे स्टेशन पर रुकना सजा जैसा लगता था
पीएम मोदी ने आमजन की तकलीफों को बयां करते हुए कहा कि पहले रेलवे स्टेशन पर रुकना सजा जैसा लगता था। ट्रेन भी कई घंटे लेट चलती थी। अब ये शिकायतें कम हो रही हैं। भारतीय रेल बहुत अधिक आधुनिक हुई है। सफर के दौरान किसी यात्री को शिकायत होती है, तो त्वरित कार्रवाई की जाती है। इमरजेंसी की स्थिति में भी बहुत कम समय में सहायता दी जाती है।
हमारे कांग्रेस के साथी बयान देंगे कि मोदी अप्रैल फूल बनाएगा
पीएम ने बताया कि बच्चों के अंदर इस ट्रेन को लेकर उमंग देखने योग्य थी। जब यह कार्यक्रम तय हुआ, तो मुझे बताया गया कि 1 तारीख को कार्यक्रम है। मैंने कहा कि 1 अप्रैल को क्यों रखे हो? अखबार में खबर आएगी कि मोदी जी 1 अप्रैल को हरी झंडी दिखाने वाले हैं, तो हमारे कांग्रेस के साथी जरूर बयान देंगे कि मोदी अप्रैल फूल बनाएगा। उन्होंने कहा कि पहले देश के एक ही परिवार को देश का प्रथम परिवार मानती रही, देश के गरीब, मध्यम वर्गीय परिवार को तो उन्होंने अपने हाल पर ही छोड़ दिया था। आजादी के बाद भारत को बहुत बड़ा रेलवे नेटवर्क बना बनाया मिला था। तब की सरकारें चाहती थी, तो बहुत तेजी से रेलवे को आधुनिक बना सकती थीं। लेकिन, राजनीतिक स्वार्थ के लिए रेलवे के विकास को बलि चढ़ा दिया।
PM ने वंदे भारत ट्रेन को दिखाई हरी झंडी, बताया- ‘गुलामी से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते भारत का प्रतीक’
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