- पूछा-आसाराम के वकील अदालत में क्यों निर्बल पड़ गए?
- रणवीरपुर में तीन दिवसीय प्रवास पर हैं जगतगुरू शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती
कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा के रणवीरपुर में जगतगुरू शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती तीन दिवसीय प्रवास पर हैं। यहां उन्होंने आसाराम को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जो भी शासन से गठबंधन करेगा तो उसका हश्र आसाराम की तरह ही होगा। आसाराम इन दिनों जेल में बंद हैं और उन पर बलात्कार के आरोप हैं। गौरतलब है कि एक समय था जब संत आसाराम की तूती बोलती थी। देशभर के नेताओं से लेकर बड़े-बड़े अधिकारी, उद्योगपति उनसे आशीर्वाद लेने आते थे। कांग्रेस के दिग्गज नेता हों या फिर भाजपा के, सभी उनके दरबार में पहुंचते थे।
कहां गए आसाराम के 4 करोड़ अनुयाई?
शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि आसाराम पर शील हरण का आरोप लगा है। अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया है तो आसाराम के वकील अदालत में क्यों निर्बल पड़ गए? आखिर आसाराम के 4 करोड़ अनुयाई कहां गए? आसाराम ने स्वयं को संत घोषित किया था और राजनीतिक हस्तियों में उनकी गहरी पैठ थी। शासन से गठबंधन करने वालों का हश्र आसाराम की तरह ही होगा।
सिद्धेश्वर महादेव के आसपास की जमीन का बंदरबांट पर दी चेतावनी
जगतगुरू शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने धर्म और देश के कई अहम मुद्दों को लेकर मीडिया से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने आसाराम बापू की सजा को लेकर भी बड़ी बात कही। उन्होंने सिद्धेश्वर महादेव के आसपास की जमीन का बंदरबांट को लेकर कहा कि विरोध करने वाले संत की हत्या की गई। जबकि दूसरे संत को पागल घोषित करा दिया गया है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मांग की है कि 25 दिन के भीतर मामले की जांच करवाकर इस विवाद को हल करवाएं।