- वसूली और दहशत फैलाने के लिए इस तरह की वारदातों को अंजाम देते हैं नक्सली
रायपुर/नागपुर। छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के कुछ क्षेत्र नक्सल प्रभावित हैं। ऐसे में नक्सली अक्सर यहां वारदातों को अंजाम देते रहते हैं। छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के जंगलों का फायदा उठाकर वे एक राज्य से दूसरे राज्य में आसानी से प्रवेश कर जाते हैं। बहरहाल होली से पहले नक्सलियों ने फिर तांडव मचाया है। कुछ दिन पहले छत्तीसगढ़ में सड़क निर्माण में लगे वाहनों को फूंकने के बाद उनका निशाना महाराष्ट्र का नक्सल प्रभावित जिला था। दोनों राज्यों की सीमा पर स्थित गढ़चिरौली में माओवादियों ने जमकर उत्पात मचाया। सड़क निर्माण कार्य में लगे पोकलेन, ट्रैक्टर समेत 3 वाहनों को फूंक दिया। मजदूरों और वाहन चालकों को काम नहीं करने की धमकी दी। यह घटना जिले के हेडरी थाना क्षेत्र में हुई है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। दरअसल नक्सली वसूली और दहशत फैलाने के लिए इस तरह की वारदातों को अंजाम देते हैं। ठेकेदार से उगाही कर वे अपनी जरूरतें पूरी करते हैं।
क्षेत्र में नक्सलियों का वर्चस्व
एटापल्ली तहसील के सुरजागगढ़-ओलेंगा-पारसागोंडी के बीच सड़क निर्माण का काम चल रहा है। इस इलाका में नक्सलियों का वर्चस्व है। जब सड़क का काम चल रहा था तो यहां अचानक ग्रामीण की वेशभूषा में करीब 10-15 माओवादी पहुंचे उन्होंने सबसे पहले काम रुकवाया। वाहन चालक और मजदूरों से उनके मोबाइल ले लिए। इसके बाद सड़क निर्माण में लगे सारे वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
दोनों राज्यों में हुईं घटनाएं
यहां नक्सलियों ने सड़क निर्माण काम बंद करने की धमकी दी थी। हालांकि जब काम जारी रहा तो बौखलाए नक्सलियों ने वाहनों को फूंक दिया। 2 दिन पहले छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में बीएसएनल की बोलेरो को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया था। अचानक पहुंचे नक्सलियों ने वाहन को रुकवाया और डीजल टैंक छोड़कर वाहन को आग लगा दी। उन्होंने बीएसएनएल के कर्मचारियों काम बंद करने की धमकी भी दी थी।