भोपाल में रेल रोकने के मामले में हुई थी एफआईआर, झाबुआ से रेल पुलिस ने किया गिरफ्तार
भोपाल। युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने अपने साथियों के साथ भोपाल में रेल रोक दी थी और इंजन पर चढ़ गए थे। वे कांग्रेस सांसद व पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी की संसद सदस्यता समाप्त करने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। इस मामले में भोपाल रेलवे पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी। इसके बाद झाबुआ में उनके गोपाल कालोनी स्थित निवास से उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। भोपाल से रेलवे पुलिस झाबुआ आई थी और स्थानीय पुलिस की मदद से उन्हें गिरफ्तार कर भोपाल ले गई।
कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन, नारेबाजी
भूरिया ने शुक्रवार को अपने साथियों के साथ भोपाल में रेल रोकी थी। रविवार को सुबह भोपाल रेलवे थाना प्रभारी नितिन पटेल भूरिया को गिरफ्तार करने के लिए झाबुआ आए। गिरफ्तारी की बात पता लगते ही कांग्रेस के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में भूरिया के निवास स्थान पर पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने जमकर नारेबाजी की। पुलिस को भूरिया के निवास स्थान में जाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी और विरोध का सामना करना पड़ा। भूरिया को गिरफ्तार करने के लिए करीब एक घंटे का समय लग गया। कांग्रेसी नेता व कार्यकर्ता पुलिस के वाहन के आगे आ गए। कई कार्यकर्ता वाहन के ऊपर भी चढ़ गए। झाबुआ थाने से अतिरिक्त पुलिस बल बुलवाना पड़ा।
आदिवासियों को हमेशा गिरफ्तार करने में सरकार देर नहीं करती
प्रदेश युवक कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने गिरफ्तारी पर मीडिया से कहा कि उन्हें डराकर उनकी आवाज को नही रोका जा सकता। सरकार आदिवासियों को हमेशा गिरफ्तार करने में देर नहीं करती। प्रदेश की जेलों में आज सबसे अधिक आदिवासी बंद हैं। उन्होंने कहा कि वे आदिवासी नेता हैं और सरकार की नाकामियों को जनता के बीच उठाते हैं। इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है।