- विधानसभा का बजट सत्र 13 मार्च तक स्थगित कर दिया गया
- कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के निलंबन पर कांग्रेस एग्रेसिव मूड में आई
भोपाल। जीतू पटवारी ने विधानसभा में हुई बहस का वीडियो जारी किया है। उनका दावा है कि यही हकीकत सामने लाने पर उनके खिलाफ निलंबन की कार्यवाई की गई है। जीतू पटवारी ने विधानसभा में हुई कार्रवाई को अनुचित बताया है। जीतू ने कहा कि सरकार ने हर बजट में भाषण में कहा कि किसानों की आय दोगुनी करनी है। हर साल सवाल के बाद भी जवाब नहीं देती। उन्होंने कहा था कि ये सरकार है कि सर्कस है। उन्होंने कहा कि मैंने एक शब्द भी नहीं बोला, जो विलोपित करने वाला है। उन्होंने कहा कि जीतू पटवारी मुर्गा नहीं है। उन्होंने कहा कि दूध का उत्पादन प्रदेश में घटा है, किसानों की लागत बढ़ी और नुकसान हुआ। मैंने गेहूं की कीमत ₹3000 प्रति क्विंटल की मांग की तो Shivraj सरकार ने मुझे विधानसभा से निलंबित करवा दिया! किसानों के हक की मांग अब लोकतंत्र की हत्या का कारण बन रही है! मेरे निलंबन से किसानों का भला हो तो मुझे यह मंजूर है. मैं न झुकूंगा, न रुकूंगा, किसान के लिए लड़ूंगा!
किसानों के मुद्दे पर राजभवन घेराव की योजना
मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र में कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के निलंबन पर कांग्रेस एग्रेसिव मूड में आ गई है। शुक्रवार को सदन में जमकर हंगामा हुआ तो विधानसभा की कार्यवाही 13 मार्च तक स्थगित कर दी गई। कार्यवाही स्थगित होने के बाद कांग्रेस के तमाम विधायक एक जगह जमा हुए और शिवराज सरकार को जमकर कोसा। होली की छुट्टियों के बाद 13 मार्च को कांग्रेस किसानों के मुद्दे पर राजभवन घेराव की योजना बना रही है। हालांकि इसे लेकर आधिकारिक तौर पर फैसला नहीं हुआ है। एक-दो दिन में कमलनाथ के साथ चर्चा करके इसका ऐलान हो सकता है। कांग्रेस विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह को किताब लेकर मारे जाने के मामले में अभी गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष भाजपा के कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं उन्होंने संविधान को ताक पर रख दिया है।