मध्यप्रदेश में हाई अलर्ट, स्वास्थ विभाग को निर्देश जारी
महाराष्ट्र में 3500 मरीज मिले, तीन की मौत भी हुई
भोपाल। मध्य प्रदेश में भले ही अभी कोरोना की स्थिति विस्फोटक नहीं हुई हो लेकिन पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र ने हमेशा की तरह इस बार भी प्रदेश की टेंशन बढ़ा दी है। पहली, दूसरी और तीसरी लहर में भी महाराष्ट्र के मुंबई, नागपुर और अन्य शहरों से आए मरीजों ने मप्र और छत्तीसगढ़ को मुसीबत में डाला था। इस बार भी मध्य प्रदेश के पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में लगभग 3500 कोरोना पॉजिटिव मरीजों के मिलने से हड़कंप की स्थिति है। महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में 3 मरीजों की मौत ने स्थिति और गंभीर कर दी है। इसके साथ ही मप्र में भी मरीज बढ़ने शुरू हो गए हैं। यही वजह है कि मध्य प्रदेश सरकार अलर्ट हो गई है। अब 10-11 अप्रैल को मॉक ड्रिल कर तैयारियों को परखा जाएगा। अस्पतालों में बिस्तर क्षमता, आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन युक्त आइसोलेशन बेड, आईसीयू और वेंटीलेटर सहित बेड की संख्या की उपलब्धता पर सरकार की नजर है। परीक्षण क्षमताओं में कोविड परीक्षण प्रयोगशालाओं की संख्या और क्षमता, आरटीपीसीआर और आरएटी किट की उपलब्धता, परीक्षण उपकरण और रिएजेन्ट की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया है।
मध्यप्रदेश की यह स्थिति
मध्य प्रदेश में एक बार फिर संक्रमण बढ़ने लगा है। बीते 24 घंटे में कोरोना के 35 नए मरीज मिले हैं। हालांकि यह एक दिन पहले मिले 54 मरीजों से कम हैं, लेकिन यह भी तय है कि ऐसे ही धीरे-धीरे मरीज बढ़ना शुरू होंगे। रविवार को 35 मामले सामने आए जिनमें सबसे ज्यादा 27 राजधानी भोपाल से आए हैं। यहां अब कुल एक्टिव केस की संख्या 82 है। इंदौर में 5 और जबलपुर में 2 नए मिले मरीज मिले।
छत्तीसगढ़ की यह स्थिति
छत्तीसगढ़ में भी कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। छत्तीसगढ़ में बीते 24 घंटे में 22 नए पॉजिटिव मरीज मिले। इसमें राजनांदगांव और दुर्ग में 1-1, सरगुजा, जशपुर और कोंडागांव में 2-2, रायपुर और बिलासपुर में 7-7 कोरोना के मरीज मिले हैं। छत्तीसगढ़ में कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 113 है। इन सभी मरीजों का इलाज चल रहा है।