- रेस्क्यू ऑपरेशन की गति पर भी उठाए सवाल, कहा-अवैध निर्माण नहीं तोड़े तो जाएंगे कोर्ट
इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बाद अब दूसरे दिन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी इंदौर पहुंचे। उन्होंने एपल अस्पताल पहुंचकर बेलेश्वर महादेव मंदिर हादसे में घायल लोगों से मुलाकात की और सभी का कुशलक्षेम जाना। इस दौरान क्षेत्रीय रहवासियों ने उनसे कहा कि जब भी मंदिर की घंटी बजेगी, मृतकों के परिजनों को दुख पहुंचेगा। रहवासियों ने स्थानीय नेताओं के दबाव और प्रभाव के खिलाफ भी कमलनाथ के सामने अपनी बात रखी। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि स्थानीय रहवासियों ने अवैध निर्माण की शिकायत की है। 7 दिनों में अवैध निर्माण नहीं तोड़ा गया तो अवैध निर्माण और दोषियों के खिलाफ हम कोर्ट जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह हादसा अवैध निर्माण का ही परिणाम है। कमलनाथ ने रेस्क्यू ऑपरेशन की गति पर भी उठाए सवाल कि जब कहा हमारी सरकार आयेगी, तो हर जिले में रेपिड रेस्क्यू फोर्स का गठन किया जाएगा, जो 15 मिनट में मौके पर पहुंचेगी।
शिवराज ने नहीं की पीड़ितों से बात
उन्होंने कहा कि आर्मी की टीम 12 घंटे बाद पहुंची, लेकिन तब तक कोई प्रबंध नहीं किए गए। इसे हम स्मार्ट सिटी कहते हैं। यह शर्म को बात है। लोगों ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हमसे बात नहीं की, हमारी सुनी भी नही। शिवराज जी केवल इवेंट और मीडिया के सामने दो बातें करते हैं। मुआवजे से सब कुछ साफ करते हैं। वहीं कमलनाथ से नहीं मिलने और अपनी बात नहीं रखने को लेकर लोग नाराज भी हुए। धर्मशाला में लोगों से मिलने का कार्यक्रम था, लेकिन दो तीन घर में मिलकर वे निकल गए। बाकलीवाल और अन्य नेताओं के जमघट से भी लोग नाराज थे।
भाजपा ने साधा निशाना
कभी कमलनाथ के सहयोगी रहे और अब भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कमलनाथ पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जिस सेना के वीर जवानों ने तत्परता से रेस्क्यू कर जान पर खेलकर बावड़ी में फँसे कई लोगो का रेस्क्यू कर उनकी जान बचाई, उनको सेल्यूट करने की बजाय कमलनाथ जी अब उन्हें ही कोस रहे हैं। बेहद शर्मनाक! पता नहीं राहुल गांधी से लेकर पूरी कांग्रेस को भारतीय सेना से दिक़्क़त क्यों है?