- मुख्यमंत्री ने कहा-माता-बहनों और उनके परिवार को सुखी रखना हमारा दायित्व
भोपाल। विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा सरकार ने एक बड़ा दांव खेला है, जिसकी काट शायद ही विरोधी दलों के पास हो। जिस तरह कांग्रेस न्याय योजना की बात करती थी, कुछ ऐसा ही शिवराज सरकार ने लाड़ली बहना योजना को लागू करने को लेकर किया है। यानि कि साल में एक महिला को 12 हजार रूपए मिलेंगे। ऐसे में यह योजना भाजपा की सीटों की झोली भरने के लिए कारगर साबित हो सकती है। योजना में सिर्फ उन महिलाओं को लाभ नहीं मिलेगा जो इंकम टैक्स पेयर हैं या फिर जिनके पास 5 एकड़ से ज्यादा जमीन है। ऐसे में ज्यादातर महिलाएं इस योजना के दायरे में आ जाएंगी। सरकार को उम्मीद है कि इस सामाजिक क्रांति का फायदा उसे वोट क्रांति के रूप में होगा।
महिलाओं के प्रति समाज का दृष्टिकोण बदला
भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंदसौर, नीमच और बुरहानपुर जिले के स्व-सहायता समूह की प्रशिक्षणार्थियों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि सुखी रहने के लिए स्वस्थ और सुपोषित रहना बहुत जरूरी है। माता-बहनों और उनके परिवार को सुखी रखना हमारा दायित्व है। अगर बहनें आर्थिक रूप से सक्षम होंगी तो घर में भी उनकी इज्जत बढ़ेगी। प्रदेश में महिलाओं के प्रति समाज का दृष्टिकोण बदला है। राज्य सरकार समाज में बदलाव, उन्नति और विकास के लिए कमी नहीं छोड़ेगी। बहनों का पोषण का स्तर सुधारने के लिए अनेक प्रयास किए गए हैं। बैगा, भारिया और सहरिया जनजाति की बहनों को सरकार मदद कर ही रही है।
5 मार्च से आवेदन, जून से एक-एक हजार रूपए मिलेंगे
अब एक और नई “लाड़ली बहना“ योजना बनाई गई है। इस योजना में 5 मार्च से आवेदन भरे जाएंगे और जून से बहनों को एक-एक हजार रूपए प्रतिमाह मिलेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बहनों और उनके परिवार की जिंदगी बदलने के लिए ऐसी अनेक योजनाएँ प्रदेश में संचालित हैं। किसानों को सम्मान निधि दी जा रही है। आजीविका मिशन से लाभ उठायें और अपना काम चुनौतीपूर्वक करें। उन्होंने कहा कि सावधानी से जीवन जिये। स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता रखें और दूसरों को भी जागरूक करें। शासन की योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी करें। जनता में सकरात्मक वातावरण बनाने के लिए जिम्मेदारी से कार्य करें।