देवास। इंदौर के महू में आदिवासी महिला और युवक की मौत से शुरू हुआ बवाल प्रदेश में कई जगह आग पकड़ रहा है। इस घटना के विरोध में देवास में शहर कांग्रेस जिला कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर युवक कांग्रेस ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंकते हुए दोषियों पर 302 की कार्यवाही की मांग की। कांग्रेसजन सयाजीद्वार पर एकत्रित हुए। जहां भारी पुलिस बल के बीच जमकर नारेबाजी करते हुए एक के बाद एक मुख्यमंत्री के करीबन 5 पुतले फूंके। प्रदर्शन के दौरान पुलिस और कांग्रेसियों में भिड़ंत भी हुई । इस दौरान पुलिस के साथ कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं की झूमाझटकी भी हुई। पुलिस करीब आधा किमी तक पुतला लेकर भागी तो कांग्रेस भी उनके पीछे-पीछे दौड़ने लगे। इसके बावजूद भी कांग्रेस का जंगी प्रदर्शन जारी रहा। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में काफी गुस्सा नजर आया, पुलिस की तरफ से पानी की बौछार की गई।
आदिवासी विरोधी है प्रदेश की सरकार
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि प्रदेश की भाजपा सरकार आदिवासी विरोधी सरकार है। आदिवासियों पर लगातार अत्याचार किए जा रहे हैं। आदिवासियों पर अत्याचार के मामले में मध्यप्रदेश नंबर 1 है। आदिवासी महिला के साथ पहले बलात्कार हुआ और फिर उसकी हत्या कर दी गई। घटनाओं में प्रदेश भाजपा संगठन के पदाधिकारी, कार्यकर्ता और विधायक तथा निचली इकाईयों के उनके जन-प्रतिनिधियों के नाम सामने आते हैं और यही कारण है कि बजाए निष्पक्ष जाँच के भाजपा सरकार उन्हें बचाने के प्रयास में जुट जाती है। नतीजतन दोषियों पर कोई कार्यवाही नहीं हो पाती। उन्होंने कहा कि महू में पुलिस फायरिंग में हमारे जिस निर्दोष आदिवासी भाई की मौत हुई है, हृदय विदारक घटना है। जिसे माफ नहीं किया जा सकता। ल कांग्रेस मांग की है कि जिन पुलिसकर्मियों ने फायंरिंग की और आदिवासी युवक की मौत हुई है उस पुलिसकर्मी पर धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जाए। घटित इस घटना की जाँच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से करावाई जाए।