- कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने कहा-महू में हुए घटनाक्रम में पुलिस ने पीड़ित परिवार के ऊपर ही एफआईआर दर्ज कर दी
- गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा बोले-इस तरह के संवेदनशील मुद्दों पर राजनीति नहीं करनी चाहिए
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के 10वें दिन भी हंगामा होता रहा। कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के निलंबन के बाद विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को मंजूर नहीं किया गया है। विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से 3 मार्च को अविश्वास प्रस्ताव की सूचना विधानसभा के प्रमुख सचिव को दी गई थी। कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि महू में हुए घटनाक्रम में पुलिस ने पीड़ित परिवार के ऊपर ही एफआईआर दर्ज कर दी। यह शिवराज सरकार में होता है। हम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का इस्तीफा मांगते हैं। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने याद दिलाया कि कमलनाथ जब सीएम थे और पांढुरना में महू जैसी घटना हुई थी, तब क्या सीबीआई जांच हुई थी। इस तरह के संवेदनशील मुद्दों पर राजनीति नहीं करनी चाहिए :
जो किसान की बात करेगा उसे मंदबुद्धि कहा जाएगा
कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने कहा कि आजादी के समय राहुल गांधी का परिवार अंग्रेजों से लोहा ले रहा था। आज भी गरीब, मजदूर, किसान की आवाज राहुल गांधी हैं। मध्य प्रदेश और देश में जो किसान की बात करेगा उसे मंदबुद्धि कहा जाएगा।
न्याय मांगा तो गोलियां चलाईं
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि महू घटनाक्रम में जब न्याय मांगा गया तो गोलियां चलाई गईं। एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक, मध्यप्रदेश में हर 3 घंटे में 1 बच्ची के साथ दुष्कर्म होता है। महू घटनाक्रम पर पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने कहा- बहुत ही विपरीत स्थिति में गोली संचालन करना पड़ा और दुर्भाग्य से वो भैरूसिंह को लगी।
सरकार की साजिश के तहत पेपर लीक हुआ
10वीं और 12वीं पेपर लीक मामले में पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि सरकार की साजिश के तहत पेपर लीक हुआ। सरकार इंग्लिश को खत्म करना चाहती है, हिंदी में ही पढ़ाई कराना चाहती है। यदि मैं भ्रम फैला रहा हूं तो मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज हो।