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कंधे पर कुदाल रखकर ‘हेलीकॉप्टर’ से उतरे CM शिवराज.. क्यों किया ऐसा.. पढ़ें खबर

  • झाबुआ में ग्रामीणों के साथ जल संरचनाओं के लिए किया श्रमदान

झाबुआ। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान झाबुआ जिले में रविवार को एक नए अवतार में नजर आए। हाथीपावा की पहाड़ी पर चल रहे हलमा में श्रमदान करने के लिए सीएम गैती (फावड़ा) लेकर पहुंचे। इस दौरान जल, जंगल और जमीन के संरक्षण का संदेश देते हुए मुख्यमंत्री ने गैती से मिट्टी की खुदाई कर श्रमदान किया।

जल संरक्षण और प्रकृति सेवा का सामूहिक संकल्प

 

शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, ‘हलमा समन्वय, साझेदारी और परमार्थ की अद्भुत परंपरा है। भील समाज की यह महान परंपरा सामूहिकता से विश्व कल्याण का रास्ता दिखा रही है और अक्षय विकास का मॉडल हमें बता रही है। इस परंपरा के तहत जल, जंगल और जमीन के संरक्षण, संवर्द्धन हेतु श्रमदान किया। सीएम ने कहा कि आज मैंने हलमा के अवसर पर झाबुआ के हाथीपावा क्षेत्र की पहाड़ी पर जनजातीय भाई-बहनों के साथ श्रमदान कर जल संरक्षण व पौधरोपण के लिए आह्वान किया। इसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें सीएम अपने हेलीकॉप्टर से गैती लेते हुए निकलते हुए दिखाई देते हैं।

हाथीपावा पहाड़ी पर 2007 से हलमा प्रारंभ हुआ

सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि यह परंपरा अपने आप में अनोखी है। इसके तहत अगर कोई अपने कार्य में पिछड़ गया हो, तो उसकी मदद होती है। जैसे कोई घर बनाने में पिछड़ गया हो तो उसका घर बनवा दो। कोई कुआं खोदने में पिछड़ गया हो ता श्रमदान कर कुआं बनवा दो। अगर कोई खेती में पिछड़ गया हो तो सब मिलकर खेती में मदद करवा दो। यह परंपरा वसुधैव कुटुंबकम की भावना को साकार करती है। सीएम ने कहा कि इस परंपरा को सामाजिक स्वरूप यहां के लोगों ने मिलकर दिया है। हाथीपावा पहाड़ी पर 2007 से हलमा प्रारंभ हुआ। यहां के लोग सरकार की प्रतिक्षा नहीं करते। सरकार के पास संसाधन है लेकिन यहां के लोगों के पास भावनाएं हैं। संसाधन और भावनाएं दोनों मिल जाएं तो चमत्कार किया जा सकता है। इसलिए हलमा की इस परंपरा को पूरे प्रदेश में लेकर जाएंगे।

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