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CM बोले-बहनें अगर कह देंगी कि आमदनी 2.50 लाख से कम है, तो हम मान लेंगे..

  • शिवराज बोले-पाकिस्तान वाले भी कहते हैं, या अल्लाह हमारे यहां मोदी हो जाता
  • भोपाल के जंबूरी मैदान में मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के प्रस्फुटन समितियों एवं स्वैच्छिक संगठनों का महाकुंभ
  • मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, मध्यप्रदेश अंधेरे का घर था, सड़कों पर गड्‌ढे थे, आज शानदार सड़कों का निर्माण करा दिया

भोपाल। भोपाल के जंबूरी मैदान में मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के प्रस्फुटन समितियों एवं स्वैच्छिक संगठनों के महाकुंभ का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं पूरे प्रदेश की बहनों को वचन देता हूं कि जान भले ही चली जाए, तुम्हारे विश्वास को कभी टूटने नहीं दूंगा। खंडित नहीं होने दूंगा। लाड़ली बहना के आवेदन हम भरवाएंगे। न तो आय की जरूरत है, न मूल निवास की जरूरत है। बहन अगर कह देगी कि आमदनी 2.50 लाख से कम है, तो हम मान लेंगे। आवेदन के लिए अगर दूसरे गांव जाना पड़ता है, तो गाड़ी की व्यवस्था करवाएंगे। 25 मार्च से 30 अप्रैल तक फॉर्म भरे जाएंगे। 10 जून से पैसा आना शुरू हो जाएगा।
एक जमाना था, जब मध्यप्रदेश अंधेरे का घर था
महाकुंभ में पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के साथ कमलनाथ को भी घेरा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में भारत आगे बढ़ रहा है। वैभवशाली, गौरवशाली, संपन्न और समृद्ध भारत का निर्माण हो रहा है। अब तो पाकिस्तान वाले भी कहते हैं कि या अल्लाह हमारे पास भी मोदी हो जाता। सीएम ने कहा कि एक जमाना था, जब मध्यप्रदेश अंधेरे का घर था, सड़कों पर गड्‌ढे थे। आज शानदार सड़कों का निर्माण बीजेपी सरकार ने कराया है। बिजली, पानी, सिंचाई का जाल बिछाया है।
समाजसेवियों ने तुम्हारा क्या बिगाड़ा था कमलनाथ
शिवराज ने कहा कि जन परिषद अभियान ने अद्भुत काम किया है। यह स्वंयसेवी संगठनों का, समाजसेवियों का और छोटी-बड़ी संस्थाओं का एक ऐसा महा संगठन बन गया है, जिसने सब सेवा करने वालों को एक प्लेटफॉर्म पर खड़ा कर दिया है। संगठन आज सेवा का वटवृक्ष बन गया है। जब यह वटवृक्ष नशामुक्ति, ऊर्जा संरक्षण, जल संरक्षण के काम कर सबको विकास की छाया दे रहा था, तब सवा साल की सरकार ने इस वटवृक्ष को काटने की कोशिश की। उसे इनके काम चुभ गए। वटवृक्ष तो नहीं कटा, लेकिन काटने वाले खुद कट के रह गए। कमलनाथ ये तो बता दो समाजसेवियों ने क्या बिगाड़ा था। कमलनाथ ने सीएमसीडीएलपी के बच्चों का भविष्य अंधकार में कर दिया, नवांकुर प्रस्फुटन समितियों को फंड देना बंद कर दिया। समाजसेवा का काम करने वाले, नदियों को सदानीरा बनाने वाले, छोटी जल संरचनाएं बनाने वाले इन लोगों ने कमलनाथ जी आपका क्या बिगाड़ा था।
अपने लिए जिए तो क्या जिए..
शिवराज ने कहा, अपने लिए जिए तो क्या जिए, ऐ दिल तू जी जमाने के लिए“। जन अभियान, नवांकुर प्रस्फुटन समितियां और उनसे जुड़े बाकी संगठन जमाने के लिए जीने वाले संगठन हैं।

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